पहारपुर बिजनेस सेंटर सॉफ्टवेयर टैक्नोलॉजी इन्क्यूबेटर पार्क (पीबीसी) को बेहतर पर्यावरणीय प्रबंधन व्यवस्था के लिए आई एस ओ 14001 का प्रमाण पत्र दिया गया है। पीबीसी अपने आसपास के वातावरण और पर्यावरण को कम से कम प्रभावित करते हुए अपना कारोबार चलाते रहने के प्रति प्रतिबद्ध है। इसने प्रदूषण घटाने तथा अपने संसाधनों का उपयुक्त प्रबंधन करने के उपाय किये हैं। अपने पर्यावरणीय कार्यक्रम के तहत वर्षा जल संग्रहण व्यवस्था का क्रियान्वयन भी किया है। यह सेंटर दिल्ली के नेहरू प्लेस में स्थित है।
सेंटर फार साइंस एण्ड इन्वायरन्मेंट ने इनके लिए वर्षाजल संग्रहण का प्लान बनाया है। और इन्हें प्रशिक्षित राजमिस्त्रियों एवं जानकार लोगों का हवाला देकर इसके क्रियान्वयन में मदद की।
इसका मुख्य लक्ष्य इस क्षेत्र के भूजल स्तर को बढ़ाना है और भूजल संसाधनों के समुचित प्रबंधन के लिए समाज में चेतना जगाना है।
पीबीसी ने इस क्षेत्र के सतही वर्षाजल को यहां के पार्क में मौजूद कुएं की ओर मोड़ दिया है जिससे सतह का वर्षाजल प्रवाह अब एक कक्ष में जमा होता है और वहां से यह रोड़ी-पत्थर के एक फिल्टर टैंक में पहुंचता है। टैंक के पानी को फिल्टर चैम्बर के बाद फिर कुंए में लाया जाता है।
4 इंच के पीवीसी पाइप का उपयोग करते हुए इमारत की छत के जल बहाव को एक जगह जोड़ा जाता है और फिर यह जल प्रवाह को पार्किंग क्षेत्र के पुनर्भरण कुएं की ओर मोड़ा जाता है। यह पुनर्भरण कुंआ 1 मीटर लंबा x 1 मीटर चौड़ा x 2 मीटर गहरा है, जिसमें 15 मीटर गहरा बोरवेल लगाया गया है। इस पुनर्भरण कुएं को रोड़ी पत्थर से भरा गया है, जो एक फिल्टर सयंत्र का काम करता है।
सेंटर फार साइंस एण्ड इन्वायरन्मेंट ने इनके लिए वर्षाजल संग्रहण का प्लान बनाया है। और इन्हें प्रशिक्षित राजमिस्त्रियों एवं जानकार लोगों का हवाला देकर इसके क्रियान्वयन में मदद की।
इसका मुख्य लक्ष्य इस क्षेत्र के भूजल स्तर को बढ़ाना है और भूजल संसाधनों के समुचित प्रबंधन के लिए समाज में चेतना जगाना है।
पीबीसी ने इस क्षेत्र के सतही वर्षाजल को यहां के पार्क में मौजूद कुएं की ओर मोड़ दिया है जिससे सतह का वर्षाजल प्रवाह अब एक कक्ष में जमा होता है और वहां से यह रोड़ी-पत्थर के एक फिल्टर टैंक में पहुंचता है। टैंक के पानी को फिल्टर चैम्बर के बाद फिर कुंए में लाया जाता है।
4 इंच के पीवीसी पाइप का उपयोग करते हुए इमारत की छत के जल बहाव को एक जगह जोड़ा जाता है और फिर यह जल प्रवाह को पार्किंग क्षेत्र के पुनर्भरण कुएं की ओर मोड़ा जाता है। यह पुनर्भरण कुंआ 1 मीटर लंबा x 1 मीटर चौड़ा x 2 मीटर गहरा है, जिसमें 15 मीटर गहरा बोरवेल लगाया गया है। इस पुनर्भरण कुएं को रोड़ी पत्थर से भरा गया है, जो एक फिल्टर सयंत्र का काम करता है।