पहचान

Submitted by Hindi on Sat, 05/28/2011 - 08:44
पानी नवोन्मेष का
नवजीवन का प्रतीक है
पानी का ही
सबसे पुराना अतीत है

पानी ही रस है
रसना पानी के ही चलते
है लरम और उच्चारण-समर्थ

मुश्किलें ऐसी की दिन भर
इतना पानी खर्च होता है
कि आवाज़ को संतुलित
और मधुर रखना है कितना कठिन

भिड़ते-जूझते हमको हमारी
पानी ही पहचान देता है!