प्रतिचक्रवात (Anticyclone)

Submitted by admin on Wed, 03/04/2009 - 21:54
उच्च दाब का वह क्षेत्र, जो संकीर्ण समदाब रेखाओं से घिरा होता है तथा जिसमें दाब की प्रवणता, केन्द्र से बाहर की तरफ होती है। उत्तरी गोलार्द्ध में वायु घड़ी की दिशा में बाहर की ओर घूमती है।

An area of relatively high pressure surrounded by closed isobars, the pressure gradient being directed from the centre so that the wind blows spirally outward in a clockwise direction in the northern hemisphere.

Tags - Anticyclone in Hindi

वायुमंडल में स्थित उच्चदाव क्षेत्र से संबंद्ध पवन प्रवाह प्रणाली। प्रतिचक्रवात में हवाएं प्रायः मंदगति से केंद्र (उच्च दाब) से बाहर की ओर चलती हैं जो उत्तरी गोलार्द्ध में दक्षिणावर्त (clock wise) तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में वामवर्त (anticlock wise) दिशा में प्रवाहित होती हैं। यह प्रायः गोलाकार होता है जिसके केंद्र और परिधि के वायुदावों में सामान्यतः 10 से 30 मिलीबार तक का अन्तर रहता है। इनका आकार चक्रवातों की तुलना में अधिक विस्तृत होता है तथा ये प्रायः चक्रवातों के पीछे-पीछे चलते हैं किंतु इनका मार्ग तथा दिशा अनिश्चित होती है। प्रतिचक्रवात 30 से 50 किमी. प्रतिघंटा की चाल से आगे बढ़ते हैं किंतु कभी-कभी कई दिनों तक एक ही स्थान पर स्थिर हो जाते हैं। प्रतिचक्रवात के केंद्रीय भाग में हवाएं ऊपर से नीचे उतरती हैं जिसके कारण इसके मध्यवर्ती भाग में मौसम स्वच्छ रहता है।

प्रतिचक्रवात मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं उष्ण प्रतिचक्रवात और शीतल प्रतिचक्रवात। उष्ण प्रतिचक्रवात उपोष्ण उच्चदाब पेटी में उत्पन्न होते हैं जहाँ हवाओं का अपसरण (divergence) होता है। शीतल प्रतिचक्रवात आर्कटिक क्षेत्र में उत्पन्न होता है। इन प्रतिचक्रवातों के अतिरिक्त क्षोभमंडल (troposphere) के ऊपरी भाग में वायुसंचार में अवरोध के कारण भी प्रतिचक्रवातीय दशाएं उत्पन्न हो जाती हैं जिन्हें अवरोधी प्रतिचक्रवात (blocking anticyclone) कहते हैं। ऊपरी वायुमंडल से संबंधित प्रतिचक्रवात के विषय में पर्याप्त जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है।