पर्यावरण के संरक्षण के लिए भारत में ग्रीन पार्टी की शुरुआत

Submitted by Shivendra on Mon, 11/08/2021 - 12:08

 

भारत में भी ग्रीन पार्टी की स्थापना हो चुकी है। 2017 में लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश नौटियाल ने ‘इंडिया ग्रीन्स पार्टी’ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस समय दुनिया भर के लगभग 90 देशों में ग्रीन पार्टियां मौजूद है। सुरेश नौटियाल बताते है कि ग्रीन पार्टी औपचारिक रूप से संगठित राजनीतिक दल है, जो सामाजिक न्याय, पर्यावरणवाद और अहिंसा जैसे राजनीति के सिद्धांतों पर आधारित है।

लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता  सुरेश नौटियाल कहते हैं कि ग्रीन पार्टी  बनाने का  विचार साल 2005 से चल रहा था। जब वह अपनी जापान यात्रा में एशिया-पैसिफिक ग्रीन एलाइंस की कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन दिनों  वह उत्तराखंड क्रांति दल के प्रदेश प्रवक्ता का जिम्मा भी संभाल रहे थे।  सुरेश जब जापान से वापस आये तो उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के  सामने ग्रीन पार्टी का कॉन्सेप्ट रखा और उत्तराखंड  क्रांति दल  को ग्रीन पार्टी में परवर्तित करने का आग्रह किया। लेकिन पार्टी ने उनके इस विचार पर गौर नही किया और  2007 में पार्टी से मतभेद के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी। 

कई साल तक कई राजनीतिक दलों और गैर राजनीतिक संगठनों में शामिल होने के बाद 2017 में फिर से ‘इंडिया ग्रीन्स पार्टी’ की स्थापना पर गंभीरता से काम शुरु हुआ। उन्होंने पार्टी बंनाने से पूर्व साल 2017 में 14 राज्यों की यात्रा की और  लोगों से  ग्रीन पार्टी बनाने को लेकर राय ली। सभी लोगों के  ग्रीन पार्टी बनाने पर सहमति के  बाद सुरेश नौटियाल की अध्यक्षता में  2 जुलाई 2017 को दिल्ली में एक  बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें 17 राज्यों के 44 लोगों के साथ ही मणिपुर की मशहूर सोशल एक्टिविस्ट इरोम शर्मिला भी शामिल हुईं। जहां ‘इंडिया ग्रीन्स पार्टी’ के नाम से पार्टी-गठन करने का निर्णय लिया गया। 

सुरेश बताते की इंडिया ग्रीन पार्टी कि स्थापना के बाद  27 राज्यों और सभी  यूनियन टेरीटरी में उनके कई सदस्य बने हैं। साथ ही 14  राज्यो में कमेटियॉ और  छत्तीसगढ़ ,कर्नाटक, दिल्ली और मुम्बई में कार्यकारी समीतियाँ है। वही पार्टी छत्तीसगढ़ के अगले विधानसभा-चुनाव में अपने प्रत्याशी भी उतारेगी। सुरेश आगे कहते है आज देश में ग्रीन पार्टी की इसलिये भी आवश्यकता है क्योंकि जितनी भी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियां है  उनके घोषणा पत्रों में पर्यावरण पर कोई  गंभीरता नही दिखती है। ऐसे में जरूरी है ऐसी पार्टी बनाए जाए जिसे पर्यावरण की चिंता हो और उसके संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाए । 

सुरेश नौटियाल का मानना है कि आने वाले सालों में युवा  ‘इंडिया ग्रीन्स पार्टी’ से जुड़ेंगे। और देश में एक ग्रीन राजनीति होगी, जिसमें हर तबके और विषय पर बात होगी और उस पर अमल भी किया जायेगा।