पुरुब गुधूली पश्चिम प्रात

Submitted by Hindi on Fri, 03/26/2010 - 09:41
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घाघ और भड्डरी

पुरुब गुधूली पश्चिम प्रात। उत्तर दुपहर दक्खिन रात।।
का करै भद्रा का दिगसूल। कहैं भड्डर सब चकनाचूर।।


भावार्थ- भड्डरी कहते हैं कि यदि पूर्व दिशा में यात्रा करनी हो तो गोधूलि (संध्या) के समय, यदि पश्चिम में यात्रा करनी हो तो प्रातःकाल, यदि उत्तर दिशा में यात्रा करनी हो तो दोपहर में और यदि दक्षिण की तरफ जाना है तो रात में निकलना चाहिए। यदि उस दिन भद्रा या दिशाशूल भी है तो ऐसा करने वाले व्यक्ति को कुछ भी नहीं होगा।