महासागरीय जल में चंद्रमा की ज्वारोत्पादक शक्ति के कारण उत्पन्न दोलन (oscillation) से निर्मित भंवर बिन्दुओं से उत्पन्न लहरें (तरंगे) जो तट की ओर अग्रसर होती है। हैरिस द्वारा प्रतिपादित स्थायी तरंग सिद्धांत के अनुसार स्थायी तरंगें महासागर के बीच में उत्पन्न होती हैं और तट की ओर अग्रसर होती हैं। ये स्थायी तरंगें जहां पहले पहुंचती हैं वहाँ पहले और जहाँ बाद में पहुँचती है वहाँ देर से ज्वार आता है। स्थायी तरंगों की दोलन क्रिया पर महासागर की तली के उच्चावच, गहराई, विस्तार, पृथ्वी की घूर्णन गति आदि का प्रभाव पड़ता है।
अन्य स्रोतों से
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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