वायुमंडलीय तापह्रास की स्थिर दर (constant rate) जिस पर ऊपर उठती हुई असंतृप्त वायु रुद्धोष्म प्रसार के परिणामस्वरूप ठंडी होती जाती है। जब शुष्क या असंतृप्त वायु ऊपर उठती है, वायुमंडलीय दाब के कम होने के कारण वह फैलती है जिससे उसके ताप में ह्रास होता है। यह ह्रास प्रति 100 मीटर की ऊँचाई पर लगभग 10 सेल्सियस की दर से होता है। यह सामान्य ताप ह्रास दर तथा आर्द्र रुद्धोष्म ताप ह्रास दर की तुलना में अधिक होती है।