उसे भी एक दिन

Submitted by Hindi on Fri, 07/01/2011 - 10:17
देखो न बड़ी झील!
वह अल्हड़ मछली
मेरी ही आँखों के सामने
पी गयी है पूरा एक जल-गीत
और गीत के लय की
मेरे भीतर लहर उठ रही है लगातार

समझाओ न उसे बड़ी झील!
मानुस की भाषा में
न तैरा करे वह इस तरह
नहीं तो भाषा के शिकारी
मार खायेंगे उसे भी एक दिन!