प्रत्येक वर्ष 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड दिवस के रूप में मनाया जाता है, 1971 में ईरान के शहर रामसर में वेटलैंड्स पर कास्पियन सागर के तट पर होने वाले सम्मेलन को अपनाने के लिए। रामसर कन्वेंशन के रूप में लोकप्रिय इस अंतर-सरकारी संधि, 171 संविदा दलों के साथ, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के 90% सदस्य देश शामिल हैं, राष्ट्रीय कार्रवाई और आर्द्रभूमि और उनके संसाधनों के बुद्धिमान उपयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए रूपरेखा प्रदान करते हैं। भारत 1982 से कन्वेंशन का एक पक्ष है।
लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण वैटलैंड पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। इसलिए लोगों को जागरुक करने के लिए प्रत्येक वर्ष 2 फरवरी को विश्व वैटलैंड दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष भी 2 फरवरी को दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में लोगों को जागरुक करने तथा वैटलैंउ की महत्ता बताने के लिए वैडलैंड इंटरनेशनल द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे ये भी बताया जाएगा कि कैसे जलवायु और पारिस्थितिक संकट वैटलैंड़ जैसी महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी प्रणालियों को बहाल करके हल किया जा सकता है। कार्यक्रम का समय 11 बजकर 30 मिनट से 1 बजे तक रहेगा।
अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं -