इस संरचना का उद्देश्य भी कमोबेश वर्षा जल की गति को नियंत्रित करना एवं मिट्टी क्षरण रोकना है। इसके अतिरिक्त नालों में अस्थायी तौर पर जलस्तर बढ़ाकर रिसाव द्वारा भू-जल स्तर की वृद्धि की जाती है।
गली प्लगिंग हमेशा पहाड़ की नालियों में जहाँ पर नाली की चौड़ाई कम होती है, बनाई जाती है, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। दो गली प्लग के मध्य की दूरी नाले की ढलान, पानी की मात्रा और गति के अलावा कार्यस्थल की स्थिति के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकती है।