अभिसरण (Convergence)

Submitted by admin on Tue, 12/29/2009 - 12:21
किसी क्षेत्र में आसपास के क्षेत्रों से पवनओं के आने की क्रिया। ये पवनएं क्षैतिज रुप से बह कर आती हैं। अभिसरण के फलस्वरुप उस क्षेत्र में वायु संचित हो जाती है जो बाद में ऊपरी या निचले क्षेत्रों में वितरित हो सकती है। वायु के ऊपर जाने से वाष्प द्रवीभूत हो सकती हैं तथा वर्षा हो सकती है। निम्न दाब, अवनमन, चक्रवात आदि अभिसरण के क्षेत्र होते हैं।