
उन्होंने अपनी इस भावुक अपील में कहा कि सरकार हमारी आस्था की केंद्र गंगा जी को नष्ट कर बांधों का निर्माण कर रही है जिससे गंगा जी और यहां का पर्यावरण पूरी तरह नष्ट हो जाएगें। उन्होंने कहा कि यदि निर्माणाधीन तथा प्रस्तावित परियोजनाएं रोकी न गईं और जे.पी.ग्रुप की विष्णुप्रयाग परियोजना पर विद्युत उत्पादन बंद नहीं किया गया तो वह अपने प्राणों की आहुति दे देंगे।
उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वह गंगाजी के महत्व को समझे और उन्हें (गंगा जी) बचाने की मुहिम में आगे आये। “बद्रीनाथ धाम” आदि की यात्रा न करके वह सरकार को बता दें कि हिंदू श्रद्धालूओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अगर इन परियोजनाओं की जारी रख गंगाजी को ही अधिकतर लंबाई में जलहीन कर देंगे और गंगा जल के विशिष्ट अनुपम गुणों को नष्ट कर देंगे तो फिर वे यह तीर्थ यात्रा किस लिये करें।
स्वामी जी की अपेक्षा है कि सभी पक्ष अपनी हठधर्मिता को छोड़ इन परियोजनाओं के विनाशकारी परिणामों को समझें और विवेक से जन हित में निर्णय लें न कि निहित स्वार्थों को लाभ पहुंचाने के लिये कार्य करें।
डॉक्टर जी.डी. अग्रवाल जो अब स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद के नाम से जाने जाते है, जाने माने पर्यावरणविद है, और पहले भी भागीरथी को बचाने के लिये अनशन कर चुके हैं।