बोओ गेहूँ काट कपास

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 12:17
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घाघ और भड्डरी

बोओ गेहूँ काट कपास।
होवे न ढेला न होवे घास।।


भावार्थ- गेहूँ की बोवाई कपास को काटकर की जा सकती है किन्तु किसान को यह ध्यान रखना चाहिए की खेत में ढेले और घास न हों।