डाउन टू अर्थ और अनिल अग्रवाल एनवायरमेंट ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट (एएईटीआई) दोनों के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी पत्रकारों के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग कोर्स का आयोजन किया जा रहा है। पत्रकारों की स्टोरी को विश्वसनीय बनाने में आंकड़ों और डेटा की काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। डेटा की मदद से हम संवाद को तथ्यात्मक बना सकते हैं।
डेटा के प्रति समझ और स्किल बढ़ाने, इनके उपयोग से अपनी रिपोर्ट और लेख को और प्रभावी बनाने के लिए अनिल अग्रवाल एनवायरमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एएईटीआई) हिंदी पत्रकारों के लिए चार घंटे की फ्री एक्सक्लूसिव ट्रेनिंग आयोजित कर रहा है। यह कोर्स दो दिन के लिए होगा और हर दिन दो घंटे की ट्रेनिंग दी जाएगी। एएईटीआई सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) की ही एक पहल है।
यह सीएसई और एएईटीआई का पहला ट्रेनिंग कोर्स है जिसे विशेष तौर से हिंदी मीडिया के लिए डिजाइन किया गया है। इस कार्यक्रम में सीएसई गंगा नदी पर हिंदी में अपना प्रकाशन भी जारी करेगा।
ट्रेनिंग कोर्स का फोकस : गंगा और नदियों के प्रदूषण पर रिपोर्ट के दौरान डेटा का उपयोग
तारीख: 28-29 नवंबर 2020
समय: दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक 2 घंटा प्रतिदिन
रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख: 18 नवंबर 2020
रजिस्ट्रेशन के लिए इस लिंक पर जाएं -
‘डाउन टू अर्थ’, पर्यावरण, पर्यावरण की राजनीति और विकास पर केंद्रित एक पाक्षिक पत्रिका है। यह पत्रिका सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट द्वारा प्रकाशित की जाती है
- आपको इस कोर्स से क्यों जुड़ना चाहिए -
- 1. क्योंकि यह कोर्स रिपोर्टिंग मे डेटा-नंवर्स के बेहतर उपयोग की. समझ विकसित करने मे मदद करेगा। कोर्स बताएगा कि आंकड़ों को विजुलाइज कैसे करें और उसे किस तरह पेश करें, अधिक प्रभावी ढंग से लिखने और रिपोर्ट करने के लिए डेटा का उपयोग कैसे करें?
- 2. क्योंकि यह सिर्फ हिंदी में लिखने वाले पत्रकारों के लिए विशेष तौर पर बनाया गया है। आंकड़े का उपयोग कर पर्यावरण से संबंधित विषयों पर काफी अनुभव रखने वाली सीएसई और डाउन-टू-अर्थ की टीम की और से इसे डिजाइन किया गया है।
- 3. क्योंकि यह कोर्स एक महत्वपूर्ण समकालीन विषय ( समान्य विषयों के अलावा) गंगा नदी की सफाई पर केन्द्रित होगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिससे आपमें से अधिकतर परिचित है। इस मुद्दे पर काफी रिपोर्ट की गई है और यह ऐसा विषय है जिस पर और अधिक सीखा जा सकता है।
- 4. क्योंकि इस फ्री कोर्स से जुड़ने के वाद आप सीएसई के कंटेंट रिसोर्सेज तक पहुँच पाएंगे। इससे आपको भविष्य में स्टोरी लिखने में मदद मिलेगी। संपादकीय अनुमति के बाद आपको डाउन-टू-अर्थ में लिखने का मौका भी मिल सकता है।
यह कोर्स सिर्फ उन पत्रकारों के लिए है जो अभी हिंदी मे लिख रहे है।
- नोट- मोबाइल एप्प ‘जुम’ के जरिए इस ट्रनिग कोर्स से जोड़ा जाएगा। कोर्स में सीमित संख्या मे सीटें हैं, इसलिए हम आपको निर्धारित समय मै रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह देते है।
- कोर्स पूरा करने वाले सभी प्रतिभागियों को सीएसई की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
- किसी अन्य जानकारी के लिए आप सीएसई मीडिया रिसोर्स सेंटर की सुकन्या नायर से संपर्क कर सकते हैं। sukanya.nair@cseindia.org, 8816818864