जल जीवन है...

Submitted by admin on Tue, 04/29/2014 - 08:19
जल जीवन है इस धरती का,
जल बिन है सब सूना,
जल बिन फट जाता है,
अपनी धरती मां का सीना,
जल बिन तड़पें नभचर ,
जलचर, थलचर, सारे प्राणी,
जल है अमृत, जल है शक्ति,
बिन जल कृषि सुखानी,
जल बिन ना कल चले,
चले ना धर्म, ना कोई ज्ञान ,
जल नहीं है अनंत काल तक,
जल का रख लो मान !