FAQs on Jal Kranti Abhiyan
प्रश्न 1. जल क्रांति अभियान क्या है?
उत्तर- जल क्रांति अभियान 2015-16 में शुरू किया गया। इस अभियान के अन्तर्गत समाज के विभिन्न संगठनों और समुदायों के बीच समग्र एवं सामूहिक भागीदारी के माध्यम से जल संवर्धन एवं प्रबंधन के मुद्दे को एक जन आंदोलन का रूप देना है।
प्रश्न 2. इस अभियान का शुभारम्भ कब हुआ?
उत्तर- जल क्रांति अभियान 5 जून 2015 को सम्पूर्ण देश में लागू किया गया।
प्रश्न 3. जल क्रांति अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर- जल क्रांति अभियान के मुख्य उद्देश्य-
- जल सुरक्षा और विकास स्कीमों (उदाहरण के लिये सहभागिता सिंचाई प्रबंधन) में पंचायती राज संस्थाओं स्थानीय निकायों सहित सभी पणधारियों की जमीनी स्तर पर भागीदारी को सुदृढ़ करना।
- जल संसाधनों के संरक्षण एवं प्रबंधन के लिये परम्परागत जानकारी का उपयोग करने के लिये प्रोत्साहन देना।
- सरकारी, गैर सरकारी संगठनों तथा नागरिकों में विभिन्न स्तरों से क्षेत्र स्तरीय विशेषज्ञता का उपयोग करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जल सुरक्षा के माध्यम से आजिविका सुरक्षा में संवर्धन करना।
प्रश्न 4. जल क्रांति अभियान के अन्तर्गत कौन से क्रियाकलाप आयोजित किये जाते हैं?
उत्तर- जल ग्राम योजना
- मॉडल कमान क्षेत्र विकसित करना
- प्रदूषण उपशमन
- जन जागरूकता कार्यक्रम
- अन्य क्रियाकलाप
प्रश्न 5. यह कार्यक्रम कैसे लागू किया जाएगा?
उत्तर- मंत्रालय ने इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी किया है। पहला सामान्य दिशा-निर्देशों को तथा दूसरा कार्यक्रम के सन्दर्भ में सम्पूर्ण दिशा-निर्देशों को क्रमशः लागू करना।
दिशा-निर्देशों के अनुसार चार स्तरीय समिति का गठन किया गया है। यह राष्ट्रीय स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक होगी। इस कार्यक्रम के लागू करने की जिम्मेदारी राज्यों तथा संघ शासित प्रदेशों की है। साथ ही केन्द्रीय जल आयोग एवं केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड के नोडल अधिकारी पर्यवेक्षक की भूमिका में होंगे। जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यों के अधिकारियों से कार्यक्रम के बारे में समय-समय पर जानकारी प्राप्त करेगा।
प्रश्न 6. जल क्रांति अभियान के लिये निगरानी तंत्र की क्या व्यवस्था है?
उत्तर- राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी के लिये विशेष सचिवों की अध्यक्षता में राष्ट्रीय समिति का गठन किया गया है। जो कार्यक्रम की देखरेख करते हैं। इसी प्रकार राज्य स्तर पर भी राज्य निगरानी समिति बनाई गई है।
प्रश्न 7. जलग्राम योजना क्या है?
उत्तर- यह योजना जल क्रांति अभियान की महत्त्वपूर्ण गतिविधि है। इसके अन्तर्गत देश के प्रत्येक जिले से पानी की समस्या से जूझ रहे दो गाँवों का चयन किया जाता है। इस योजना में गाँव में जल के वर्तमान स्रोतों, मात्रा एवं गुणवत्ता के सन्दर्भ में जल की उपलब्धता, आवश्यकता एवं उपलब्धता के बीच अन्तर और इस स्थिति में सुधार लाने के लिये राज्य सरकार/केंद्र सरकार की विभिन्न स्कीमों के अन्तर्गत शुरू किए जाने वाले सम्भावित कार्यों के सम्बन्ध में सूचना शामिल होगी।
प्रश्न 8. जलग्राम योजना के अन्तर्गत चयन प्रक्रिया क्या है?
उत्तर- जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया जाता है। इस योजना के लिये दो गाँवों को चुनने की जिम्मेदारी इसी समिति की होती है।
प्रश्न 9. जलग्राम योजना को लागू करने की रूपरेखा क्या है?
उत्तर- प्रत्येक जलग्राम में योजना की निगरानी तथा देखरेख के लिये ग्राम/ ब्लॉक स्तरीय समिति का गठन किया जाता है। इस समिति की मुख्य भूमिका-I. पानी की सुरक्षा के लिये नवीन बिंदुओं का सुझाव
II. कार्यों को लागू करना
III. कार्यों की निगरानी करना
IV. पानी के संवर्धन की वकालत करना
V. पखवाड़े में एक बार मीटिंग आयोजित करना
प्रश्न 10. मॉडल कमांड क्षेत्र क्या है?
उत्तर- जल क्रांति अभियान के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा 1000 हेक्टेयर जमीन का चुनाव किया जाएगा। मॉडल कमांड क्षेत्र के लिये निर्धारित राज्य देश के विभिन्न भागों का प्रतिनिधित्व करेंगे। अर्थात उत्तर प्रदेश, हरियाणा (उत्तर), कर्नाटक, तेलंगाणा, तमिलनाडु (दक्षिण), राजस्थान, गुजरात (पश्चिम), उड़िसा (पूर्व), मेघालय (उत्तर-पूर्व) इत्यादिमॉडल कमांड क्षेत्र का चयन राज्य की वर्तमान/चालू परियोजनाओं के अन्तर्गत किया जाएगा, जहाँ विभिन्न स्कीमों से विकास के लिये धन उपलब्ध हो।
मॉडल कमांड क्षेत्र का चयन जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय तथा राज्य सरकारों के परामर्श से किय़ा जाएगा।
प्रश्न 11. जन जागरूकता अभियान कैसे चलाया जाएगा?
उत्तर- जन जागरूकता अभियान समस्या तथा निवारण आधारित होगा। इसमें समाज की समस्याओं को शिक्षा, संचार तथा सूचना के माध्यम से दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
- लोगों को जोड़ने के लिये फेसबुक, ट्वीटर जैसी सोशल मीडिया का उपयोग।
- रेडियो तथा टेलीविजन पर आम लोगों को लिये कार्यक्रम प्रसारित करना।
- जल क्रांति अभियान के अन्तर्गत जागरूकता फैलाने के लिये प्रिंट मीडिया अर्थात पोस्टर, बैनर और पम्लेट का उपयोग।
- निबंध, चित्रकला तथा अन्य माध्यमों द्वारा बुजुर्गों तथा युवाओं को जागरूक करना।
- अन्तरराष्ट्रीय जल प्रयोक्ता विनिमय कार्यक्रम।
- जल प्रबंधन के मुद्दे पर कार्यशालाओं का आयोजन तथा सम्मेलनों का आयोजन।
प्रश्न 12. जल क्रांति अभियान के लिए फंड की क्या व्यवस्था है?
उत्तर- इस अभियान के लिये सरकार की ओर से अलग से फंड की कोई व्यवस्था नहीं है। सरकार द्वार पहले से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं जैसे- मनरेगा, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिये आवंटित धन से ही जल क्रांति अभियान का कार्य कराना पड़ता है।
Q.No.1. What is Jal Kranti Abhiyan?
Ans. Jal Kranti Abhiyan is being celebrated during the year 2015-16 to consolidate waterconservation and management in the country through a holistic and integrated approachinvolving all stakeholders, making it a mass movement.
Q.No.2. When the Abhiyan was launched?
Ans. Jal Kranti Abhiyan was launched on 5th June, 2015 across the country.
Q.No.3. What are the objectives of Jal Kranti Abhiyan?
Ans. The objectives of Jal Kranti Abhiyan are :-
- Strengthening grass root involvement of all stakeholders including Panchayati RajInstitutions and local bodies in the water security and development schemes (e.g.Participatory Irrigation Management (PIM);
- Encouraging the adoption/utilization of traditional knowledge in water resourcesconservation and its management;
- To utilize sector level expertise from different levels in government, NGO’s, citizens etc;and
- Enhancing livelihood security through water security in rural areas.
Q.No.4. What are the activities being undertaken under Jal Kranti Abhiyan?
Ans. The activities/components being undertaken the Abhiyan are :-
1. Jal Gram Yojana
2. Development of Model Command Area
3. Pollution abatement
4. Mass Awareness Programme
5. Other Activities
Q.No.5. How is the programme being implemented?
Ans. This Ministry has issued two guidelines; one is general guidelines and second is step-bystepimplementation guidelines where the implementation of programme is detail have beenenshrined. As per the guidelines, four tier of implementation committees from national levelupto village level have been constituted.
In addition, the Nodal Officers of CWC/ CGWB in all the States/UTs have beenappointed who are responsible for implementation of the programme in their allocatedStates/UTs. Simultaneously, a group of ten Joint Secretary level officers have been nominated to personally monitor their areas of States given to them for successful implementation of theprogramme.
The Ministry of Water Resources, River Development & Ganga Rejuvenation is alsoconducting video conferencing from time to time with the State Govt. officials and the NodalOfficers therein and keeping the watch regularly for implementation of the programme.
Q.No.6. What is monitoring mechanism of Jal Kranti Abhiyan?
Ans. At the National level, there is a national level committee under the chairmanship ofSpecial Secretary (WR, RD & GR) who is looking after the overall implementation of Jal KrantiAbhiyan at the national level. Similarly, at the State level, there is a State Level MonitoringCommittees under the chairmanship of Principal Committee of the respective States who areresponsible for the implementation of the Abhiyan at the State level.
Q.No.7. What is Jal Gram Yojana?
Ans. Jal Gram Yojana is one of the most important activity of the Jal Kranti Abhiyan underwhich two villages in every district (preferably being a part of dark block or facing acute waterscarcity) are being selected as Jal Grams.
An integrated water security plan for water conservation, water management and alliedactivities are being prepared to ensure optimum and sustainable utilization of water.
Q.No.8. What is the selection procedure of Jal Gram?
Ans. A district level committee for each district has been constituted under the chairmanshipof the District Magistrate/District Commissioner who are responsible for identification of two JalGrams in their respective districts.
Q.No.9. What is the structure of implementation of Jal Gram Yojana?
Ans. A committee at village/block level is being formed for implementation and monitoring ofworks under Jal Gram Yojana for every Jal Gram. The role of the village level committee are :-
(i) Providing inputs for formulation of water security plan
(ii) Implementation of works
(iii) Monitoring of works
(iv) Advocacy of water conservation in village
(v) Meeting once in a fortnight.
Q.No.10. What is the Model Command Area?
Ans. Under Jal Kranti Abhiyan, a model command area of about 1000 hectare in a State shallbe identified. States adopted for model Command area should represent different parts of thecountry for example Uttar Pradesh, Haryana (North), Karnataka, Telangana, Tamil Nadu (South), Rajasthan, Gujarat (West), Odisha (East), Meghalaya (North East) etc. Model commandarea shall be selected from an existing / ongoing irrigation project in the state where funds fordevelopment are available from various schemes. Selection of Model Command Area shall bedone by Ministry of Water Resources, River Development and Ganga Rejuvenation inconsultation with States Governments.
Q.No.11. How mass awareness programme is being undertaken?
Ans. Mass awareness campaigns designed to address problems and suggest solutions to meetthe requirements of each segment of the society under the continuing scheme of “Information,Education and Communication”. The focus will be on:-
i. Use of Social Media like Facebook, Twitter, etc. to engage the citizens;
ii. Awareness programme for the general public on radio and television;
iii. Use of print media (e.g. booklets, posters and pamphlets) to spread awareness on JalKranti Abhiyan.
iv. Awareness programme for children and adult through essay, painting & othercompetitions;
v. International Water User Exchange Programme;
vi. Specific activities targeting the policy planners and opinion makers; and
vii. Organization of conferences, workshops on important water development andmanagement issues.
Under the mass aware programme, training/workshops across the country are beingorganized to make about the water conservation and water management, apart from that essaycompetition and other national level conferences are also being conducted. Radio jingleprogrammes are also underway.
Q.No.12. What activities are being undertaken under the component ‘other activities’?
Ans. Under this component, States are being encouraged to adopt State Water Policy in linewith National Water Policy, 2012. They are also being encouraged to set up / strengthen theirState Water Resources Council and State Water Regulatory Authority.
Q.No.13. What are funding arrangements under Jal Kranti Abhiyan?
Ans. This is a convergence programme and no separate fund have been allotted for thisAbhiyan. Expenditure on various works are being taken in each Jal Gram will be met fromexisting schemes of Central/State Governments, such as PMKSY, MGNREGA, RRR of waterbodies, AIBP etc.
प्रश्न 1. जल क्रांति अभियान क्या है?
उत्तर- जल क्रांति अभियान 2015-16 में शुरू किया गया। इस अभियान के अन्तर्गत समाज के विभिन्न संगठनों और समुदायों के बीच समग्र एवं सामूहिक भागीदारी के माध्यम से जल संवर्धन एवं प्रबंधन के मुद्दे को एक जन आंदोलन का रूप देना है।
प्रश्न 2. इस अभियान का शुभारम्भ कब हुआ?
उत्तर- जल क्रांति अभियान 5 जून 2015 को सम्पूर्ण देश में लागू किया गया।
प्रश्न 3. जल क्रांति अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर- जल क्रांति अभियान के मुख्य उद्देश्य-
- जल सुरक्षा और विकास स्कीमों (उदाहरण के लिये सहभागिता सिंचाई प्रबंधन) में पंचायती राज संस्थाओं स्थानीय निकायों सहित सभी पणधारियों की जमीनी स्तर पर भागीदारी को सुदृढ़ करना।
- जल संसाधनों के संरक्षण एवं प्रबंधन के लिये परम्परागत जानकारी का उपयोग करने के लिये प्रोत्साहन देना।
- सरकारी, गैर सरकारी संगठनों तथा नागरिकों में विभिन्न स्तरों से क्षेत्र स्तरीय विशेषज्ञता का उपयोग करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जल सुरक्षा के माध्यम से आजिविका सुरक्षा में संवर्धन करना।
प्रश्न 4. जल क्रांति अभियान के अन्तर्गत कौन से क्रियाकलाप आयोजित किये जाते हैं?
उत्तर- जल ग्राम योजना
- मॉडल कमान क्षेत्र विकसित करना
- प्रदूषण उपशमन
- जन जागरूकता कार्यक्रम
- अन्य क्रियाकलाप
प्रश्न 5. यह कार्यक्रम कैसे लागू किया जाएगा?
उत्तर- मंत्रालय ने इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी किया है। पहला सामान्य दिशा-निर्देशों को तथा दूसरा कार्यक्रम के सन्दर्भ में सम्पूर्ण दिशा-निर्देशों को क्रमशः लागू करना।
दिशा-निर्देशों के अनुसार चार स्तरीय समिति का गठन किया गया है। यह राष्ट्रीय स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक होगी। इस कार्यक्रम के लागू करने की जिम्मेदारी राज्यों तथा संघ शासित प्रदेशों की है। साथ ही केन्द्रीय जल आयोग एवं केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड के नोडल अधिकारी पर्यवेक्षक की भूमिका में होंगे। जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यों के अधिकारियों से कार्यक्रम के बारे में समय-समय पर जानकारी प्राप्त करेगा।
प्रश्न 6. जल क्रांति अभियान के लिये निगरानी तंत्र की क्या व्यवस्था है?
उत्तर- राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी के लिये विशेष सचिवों की अध्यक्षता में राष्ट्रीय समिति का गठन किया गया है। जो कार्यक्रम की देखरेख करते हैं। इसी प्रकार राज्य स्तर पर भी राज्य निगरानी समिति बनाई गई है।
प्रश्न 7. जलग्राम योजना क्या है?
उत्तर- यह योजना जल क्रांति अभियान की महत्त्वपूर्ण गतिविधि है। इसके अन्तर्गत देश के प्रत्येक जिले से पानी की समस्या से जूझ रहे दो गाँवों का चयन किया जाता है। इस योजना में गाँव में जल के वर्तमान स्रोतों, मात्रा एवं गुणवत्ता के सन्दर्भ में जल की उपलब्धता, आवश्यकता एवं उपलब्धता के बीच अन्तर और इस स्थिति में सुधार लाने के लिये राज्य सरकार/केंद्र सरकार की विभिन्न स्कीमों के अन्तर्गत शुरू किए जाने वाले सम्भावित कार्यों के सम्बन्ध में सूचना शामिल होगी।
प्रश्न 8. जलग्राम योजना के अन्तर्गत चयन प्रक्रिया क्या है?
उत्तर- जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया जाता है। इस योजना के लिये दो गाँवों को चुनने की जिम्मेदारी इसी समिति की होती है।
प्रश्न 9. जलग्राम योजना को लागू करने की रूपरेखा क्या है?
उत्तर- प्रत्येक जलग्राम में योजना की निगरानी तथा देखरेख के लिये ग्राम/ ब्लॉक स्तरीय समिति का गठन किया जाता है। इस समिति की मुख्य भूमिका-I. पानी की सुरक्षा के लिये नवीन बिंदुओं का सुझाव
II. कार्यों को लागू करना
III. कार्यों की निगरानी करना
IV. पानी के संवर्धन की वकालत करना
V. पखवाड़े में एक बार मीटिंग आयोजित करना
प्रश्न 10. मॉडल कमांड क्षेत्र क्या है?
उत्तर- जल क्रांति अभियान के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा 1000 हेक्टेयर जमीन का चुनाव किया जाएगा। मॉडल कमांड क्षेत्र के लिये निर्धारित राज्य देश के विभिन्न भागों का प्रतिनिधित्व करेंगे। अर्थात उत्तर प्रदेश, हरियाणा (उत्तर), कर्नाटक, तेलंगाणा, तमिलनाडु (दक्षिण), राजस्थान, गुजरात (पश्चिम), उड़िसा (पूर्व), मेघालय (उत्तर-पूर्व) इत्यादिमॉडल कमांड क्षेत्र का चयन राज्य की वर्तमान/चालू परियोजनाओं के अन्तर्गत किया जाएगा, जहाँ विभिन्न स्कीमों से विकास के लिये धन उपलब्ध हो।
मॉडल कमांड क्षेत्र का चयन जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय तथा राज्य सरकारों के परामर्श से किय़ा जाएगा।
प्रश्न 11. जन जागरूकता अभियान कैसे चलाया जाएगा?
उत्तर- जन जागरूकता अभियान समस्या तथा निवारण आधारित होगा। इसमें समाज की समस्याओं को शिक्षा, संचार तथा सूचना के माध्यम से दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
- लोगों को जोड़ने के लिये फेसबुक, ट्वीटर जैसी सोशल मीडिया का उपयोग।
- रेडियो तथा टेलीविजन पर आम लोगों को लिये कार्यक्रम प्रसारित करना।
- जल क्रांति अभियान के अन्तर्गत जागरूकता फैलाने के लिये प्रिंट मीडिया अर्थात पोस्टर, बैनर और पम्लेट का उपयोग।
- निबंध, चित्रकला तथा अन्य माध्यमों द्वारा बुजुर्गों तथा युवाओं को जागरूक करना।
- अन्तरराष्ट्रीय जल प्रयोक्ता विनिमय कार्यक्रम।
- जल प्रबंधन के मुद्दे पर कार्यशालाओं का आयोजन तथा सम्मेलनों का आयोजन।
प्रश्न 12. जल क्रांति अभियान के लिए फंड की क्या व्यवस्था है?
उत्तर- इस अभियान के लिये सरकार की ओर से अलग से फंड की कोई व्यवस्था नहीं है। सरकार द्वार पहले से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं जैसे- मनरेगा, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिये आवंटित धन से ही जल क्रांति अभियान का कार्य कराना पड़ता है।
Q.No.1. What is Jal Kranti Abhiyan?
Ans. Jal Kranti Abhiyan is being celebrated during the year 2015-16 to consolidate waterconservation and management in the country through a holistic and integrated approachinvolving all stakeholders, making it a mass movement.
Q.No.2. When the Abhiyan was launched?
Ans. Jal Kranti Abhiyan was launched on 5th June, 2015 across the country.
Q.No.3. What are the objectives of Jal Kranti Abhiyan?
Ans. The objectives of Jal Kranti Abhiyan are :-
- Strengthening grass root involvement of all stakeholders including Panchayati RajInstitutions and local bodies in the water security and development schemes (e.g.Participatory Irrigation Management (PIM);
- Encouraging the adoption/utilization of traditional knowledge in water resourcesconservation and its management;
- To utilize sector level expertise from different levels in government, NGO’s, citizens etc;and
- Enhancing livelihood security through water security in rural areas.
Q.No.4. What are the activities being undertaken under Jal Kranti Abhiyan?
Ans. The activities/components being undertaken the Abhiyan are :-
1. Jal Gram Yojana
2. Development of Model Command Area
3. Pollution abatement
4. Mass Awareness Programme
5. Other Activities
Q.No.5. How is the programme being implemented?
Ans. This Ministry has issued two guidelines; one is general guidelines and second is step-bystepimplementation guidelines where the implementation of programme is detail have beenenshrined. As per the guidelines, four tier of implementation committees from national levelupto village level have been constituted.
In addition, the Nodal Officers of CWC/ CGWB in all the States/UTs have beenappointed who are responsible for implementation of the programme in their allocatedStates/UTs. Simultaneously, a group of ten Joint Secretary level officers have been nominated to personally monitor their areas of States given to them for successful implementation of theprogramme.
The Ministry of Water Resources, River Development & Ganga Rejuvenation is alsoconducting video conferencing from time to time with the State Govt. officials and the NodalOfficers therein and keeping the watch regularly for implementation of the programme.
Q.No.6. What is monitoring mechanism of Jal Kranti Abhiyan?
Ans. At the National level, there is a national level committee under the chairmanship ofSpecial Secretary (WR, RD & GR) who is looking after the overall implementation of Jal KrantiAbhiyan at the national level. Similarly, at the State level, there is a State Level MonitoringCommittees under the chairmanship of Principal Committee of the respective States who areresponsible for the implementation of the Abhiyan at the State level.
Q.No.7. What is Jal Gram Yojana?
Ans. Jal Gram Yojana is one of the most important activity of the Jal Kranti Abhiyan underwhich two villages in every district (preferably being a part of dark block or facing acute waterscarcity) are being selected as Jal Grams.
An integrated water security plan for water conservation, water management and alliedactivities are being prepared to ensure optimum and sustainable utilization of water.
Q.No.8. What is the selection procedure of Jal Gram?
Ans. A district level committee for each district has been constituted under the chairmanshipof the District Magistrate/District Commissioner who are responsible for identification of two JalGrams in their respective districts.
Q.No.9. What is the structure of implementation of Jal Gram Yojana?
Ans. A committee at village/block level is being formed for implementation and monitoring ofworks under Jal Gram Yojana for every Jal Gram. The role of the village level committee are :-
(i) Providing inputs for formulation of water security plan
(ii) Implementation of works
(iii) Monitoring of works
(iv) Advocacy of water conservation in village
(v) Meeting once in a fortnight.
Q.No.10. What is the Model Command Area?
Ans. Under Jal Kranti Abhiyan, a model command area of about 1000 hectare in a State shallbe identified. States adopted for model Command area should represent different parts of thecountry for example Uttar Pradesh, Haryana (North), Karnataka, Telangana, Tamil Nadu (South), Rajasthan, Gujarat (West), Odisha (East), Meghalaya (North East) etc. Model commandarea shall be selected from an existing / ongoing irrigation project in the state where funds fordevelopment are available from various schemes. Selection of Model Command Area shall bedone by Ministry of Water Resources, River Development and Ganga Rejuvenation inconsultation with States Governments.
Q.No.11. How mass awareness programme is being undertaken?
Ans. Mass awareness campaigns designed to address problems and suggest solutions to meetthe requirements of each segment of the society under the continuing scheme of “Information,Education and Communication”. The focus will be on:-
i. Use of Social Media like Facebook, Twitter, etc. to engage the citizens;
ii. Awareness programme for the general public on radio and television;
iii. Use of print media (e.g. booklets, posters and pamphlets) to spread awareness on JalKranti Abhiyan.
iv. Awareness programme for children and adult through essay, painting & othercompetitions;
v. International Water User Exchange Programme;
vi. Specific activities targeting the policy planners and opinion makers; and
vii. Organization of conferences, workshops on important water development andmanagement issues.
Under the mass aware programme, training/workshops across the country are beingorganized to make about the water conservation and water management, apart from that essaycompetition and other national level conferences are also being conducted. Radio jingleprogrammes are also underway.
Q.No.12. What activities are being undertaken under the component ‘other activities’?
Ans. Under this component, States are being encouraged to adopt State Water Policy in linewith National Water Policy, 2012. They are also being encouraged to set up / strengthen theirState Water Resources Council and State Water Regulatory Authority.
Q.No.13. What are funding arrangements under Jal Kranti Abhiyan?
Ans. This is a convergence programme and no separate fund have been allotted for thisAbhiyan. Expenditure on various works are being taken in each Jal Gram will be met fromexisting schemes of Central/State Governments, such as PMKSY, MGNREGA, RRR of waterbodies, AIBP etc.