रायसेन। कन्या महाविद्यालय में आयोजित एक सेमिनार में कॉलेज की छात्राओं ने जल संरक्षण करने के तरीके सीखे। कार्यक्रम में आए विशेषज्ञों ने छात्राओं और उपस्थित जन समूह को जल संरक्षण के साथ इसके महत्व को विस्तार से बताया। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संचार परिषद नई दिल्ली तथा मेगपास्ट के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
एसडीएम जीएस धुर्वे के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यशाला में दो सत्रों में विशेषज्ञों ने जल के महत्व को प्रतिपादित किया। कार्यशाला में डॉ. अनिल प्रकाश बायोटेक विभाग भोपाल अध्यक्ष के रूप में मौजूद थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. प्रभा शर्मा, जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष ममता सेन उपस्थित थीं। विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. मनोहर पाटिल और डा. अनिल प्रकाश माथुर ने जलसंरक्षण और जलप्रदूषण पर अपने व्याख्यान पढ़े। डॉ. पाटिल ने कहा कि इन दिनों बढ़ रहे जलप्रदूषण का मानव जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। इससे शरीर में वभिन्न तरह की बीमारियां घर बना रही हैं।
स्वस्थ्य शरीर के लिए स्वच्छ जल मिलना जरूरी है। डॉ. माथुर ने जल संरक्षण और प्रदूषण के दुष्प्रभावों को बताते हुए जल संरक्षण के उपायों और आवश्यकता पर विचार व्यक्त किए। डॉ. प्रभा शर्मा ने घरेलू जल के संरक्षण पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने घरेलू जल को किस तरह संरक्षित किया जा सकता है।
तथा जल के दुरूपयोग को किस ताह रोका जा सकता है के उपाए बताए। द्वितीय तकनीकी सत्र में जल संरक्षण पर विजन इंडिया से आमंत्रित डॉ. पुनीत श्रीवास्तव और पंकज श्रीवास्तव ने छात्राओं को जल संरक्षण और जल प्रदूषण पर आधारित एक फिल्म दिखाई।
कार्यशाला का उद्धेश्य
कन्या महा विद्यालय में आयोजित इस कार्यशाला का उद्धेश्य छात्राओं के माध्यम से जलसंरक्षण और जलप्रदूषण की बातें घरों तक पहुंचाना था। छात्राओं को इन दो महत्वपूर्ण पहलुओं के प्रति जागरूक कर उनके परिवारों तक इस संदेश को पहुंचाना बड़ा उद्धेश्य था।
बड़ी संख्या में पहुंची छात्राएं
कार्यशाला में लगभग पौने दो सौ छात्राओं ने शामिल होकर जल संरक्षण और जलप्रदूषण जैसे महत्वपूर्ण विषय को समझा। छात्राओं की संख्या देख आयोजक भी उत्साहित थे। महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के सदस्य सहित शैक्षणिक संस्थाओं से आए प्राध्यापक एवं व्याख्याता, जल संसाधन तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
बांटे पुरस्कार
कार्यशाला में जल प्रदूषण एवं जल संरक्षण पर आयोजित पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्रों का वितरण अतिथियों द्वारा किया गया।
Source
राजस्थान पत्रिका