जमीन पर बांध, कहां जाए किसान

Submitted by Hindi on Sat, 09/08/2012 - 16:04
Source
आईबीएन-7, 06 सितंबर 2012

मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर एवं इंदिरा सागर बांध में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले एवं पुनर्वास नीति की अवहेलना करते हुए जलस्तर बढ़ाए जाने के बाद ओंकारेश्वर बांध क्षेत्र स्थित घोघलगांव में नर्मदा बचाओ आंदोलन की वरिष्ठ कार्यकर्ता चित्तरूपा पालित के नेतृत्व में 34 बांध प्रभावित जलसत्याग्रह हेतु विगत 25 अगस्त से पानी में प्रवेश कर गए हैं। नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़े 51 लोग पिछले 15 दिनों से जल सत्याग्रह पर हैं, लेकिन शिवराज सरकार के चेहरे पर थोड़ी भी शिकन नहीं आई, लोग अपनी गर्दन तक पानी में डूबे हैं, विस्थापित हुए लोग जमीन के बदले सरकार से जमीन की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने साल 2011 में ही विस्थापितों को जमीन देने के आदेश दे दिए हैं। लेकिन विस्थापितो को अभी तक जमीन नहीं मिल पाई है। लगातार पानी में खड़े रहने से लोगों की सेहत पर भी अब बुरा असर पड़ने लगा है। लोगों के हाथ और पांव खराब हो रहे हैं।