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राजस्थान पत्रिका, 11 मई, 2016
बुन्देलखण्ड में पानी की समस्या को देखते हुए रतलाम मंडल से 3 मई को भेजी गई थी वाटर स्पेशल
उत्तर प्रदेश के महोबा में पानी के लिये झांसी गई रतलाम मंडल की 10 डिब्बों की खाली ट्रेन राजनीति में उलझ गई। अब यह उत्तर प्रदेश का पानी लेकर वापस रतलाम आ रही है। ट्रेन मंगलवार सुबह झांसी से रवाना हुई, जो बुधवार सुबह रतलाम पहुँच जाएगी। ट्रेन में 6 लाख लीटर पानी है। ऐसे में मंडल यह तय नहीं कर पाया कि इस पानी का क्या उपयोग किया जाएगा। ट्रेन 3 मई को रतलाम मंडल से झांसी के लिये रवाना हुई थी, जिसे कोटा में पानी भरना था और वापस आकर नगदा के रास्ते उज्जैन-भोपाल होकर झांसी जाना था, यहाँ से पानी महोबा जाना था, लेकिन ट्रेन बिना पानी लिये 5 मई को झांसी पहुँच गई थी। दो दिन तक ट्रेन को लेकर काफी राजनीति हुई। इसके बाद उप्र सरकार ने पानी लेने से मना कर दिया। वहीं स्टेशन पर खड़ी ट्रेन का फोटो लेने के दौरान सोमवार के दिन एक जर्नलिस्ट हाईटेंशन बिजली के तार में उलझ गया। इसके बाद रेलवे ने ताबड़तोड़ ट्रेन को वापस रतलाम भेजने का निर्णय लिया, तब तक ट्रेन के 10 डिब्बों में पानी भरा जा चुका था।
आउटर पर खड़ी रही 15 मिनट
सुबह करीब 10 बजे ट्रेन आगरा के आउटर पर 15 मिनट खड़ी रही। इसके बाद इसे आगे बढ़ने का सिग्नल दिया गया। अब ट्रेन पानी लेकर रतलाम वापस आ रही है। फिलहाल यह तय नहीं है कि ट्रेन में भरे पानी का क्या उपयोग किया जाएगा।
फिलहाल तय नहीं किया
ट्रेन वापस आ रही है। फिलहाल यह तय नहीं है के उसमें भरे पानी का क्या उपयोग होगा। - जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल