ओसांक (Dew Point)

Submitted by Hindi on Tue, 12/29/2009 - 15:01
- वह ताप जिस पर वायुमंडल में वास्तव में मौजूद जल वाष्प वायु को संतृप्त करने के लिए पर्याप्त हो।

कुछ परिस्थितियों में वायु में जल वाष्प की मात्रा उससे अधिक हो जाती है जो वायु को संतृप्त करने के लिए जरुरी होती है। उस समय वायु को “अति संतृप्त” (सुपर सेचुरेटेड) कहा जाता है।

- वह क्रांतिक ताप (critical temperature), जिस पर वायु ठंडी हो जाने के बाद जल-वाष्प से संतृप्त हो जाती है, और जिसके नीचे, और अधिक वाष्प के संघनन द्वारा नाभिकों की उपस्थिति में जल की सूक्ष्म बूंदें बन जाया करती है।

- वह तापमान जिस पर वायुमंडल शीतल होकर जलवाष्प से संतृप्तत हो जाता है और संघनन द्वारा जलवाष्प का संचय ओस की बूँदों के रूप में होने लगता है।

- वह तापमान जिस तक एक निश्चित वायु दाब तथा निश्चित जल वाष्प मात्रा पर वायु को ठंडा किया जाए ताकि वह संतृप्त अवस्था तक पहुंच सके। The temperature to which the air must be cooled at constant pressure and with constant water vapour in order to reach saturation with respect to water.

- वह ताप जिस पर नम हवा ठंडी होने पर वाष्प से सन्तृप्त हो जाती है।