प्रेस ॥ नई दिल्ली : पानी की सप्लाई और डिमांड के बढ़ते अंतर को पाटने के लिए दिल्ली सरकार ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के लिए अलग पाइप लाइन बिछाने पर विचार कर रही है। इस पानी का इस्तेमाल टॉयलेट, वाहन धोने जैसे कामों में किया जा सकेगा। इसके बाद पीने के पानी की लाइन अलग और दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल होने वाले पानी की लाइन अलग होगी।
दिल्ली सरकार ने इस प्रोजेक्ट को एक्सपेरिमेंट के तौर पर लागू करने के लिए कुछ इलाकों की पहचान भी की है। 12 वीं पंचवर्षीय योजना की अहम चुनौतियों के बारे में योजना आयोग को दाखिल किए अप्रोच पेपर में इसका जिक्र है। फिलहाल दिल्ली में पीने के पानी की औसत मांग करीब 110 करोड़ गैलन प्रतिदिन है और दिल्ली जल बोर्ड 80 करोड़ गैलन ही आपूर्ति कर पाता है।
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नवभारत टाइम्स, 05 सितंबर 2011