रवि के आगे सुरगुरु

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 16:24
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घाघ और भड्डरी

रवि के आगे सुरगुरु, ससि सुक्रा परबेस।
दिवस चु चौथे पाँचवें, रुधिर बहन्तो देस।।


भावार्थ- सूर्य के आगे वृहस्पति हों, चन्द्रमा शुक्र की परिधि में प्रवेश करें, तो उसके चौथे पाँचवें दिन देश में रक्त बहेगा।