विशेष सूचना : ‘स्वामी सानंद गंगा संकल्प संवाद’ शृंखला का शुभारम्भ

Submitted by RuralWater on Fri, 01/15/2016 - 15:32


.सन्यासी बाना धारण कर प्रो. जीडी अग्रवाल से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद का नामकरण हासिल गंगापुत्र का संकल्प किसी परिचय का मोहताज नहीं।

जानने वाले, गंगापुत्र स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद को ज्ञान, विज्ञान और संकल्प के एक ऐसे ही संगम की तरह जानते हैं, जैसा कि हम तीरथपति प्रयाग को जानते हैं; विज्ञान और आध्यात्म, विचार और कर्म और सच कहें, तो धर्म और उसके मर्म का संगम रहे हमारे प्रयाग, माघ मेला और कुम्भ को जानते हैं।

माँ गंगा के सम्बन्ध में अपनी माँगों को लेकर स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद द्वारा किये कठिन अनशन को करीब सवा दो वर्ष हो चुके हैं और ‘नमामि गंगे’ की घोषणा हुए करीब डेढ़ बरस, किन्तु माँगों को अभी भी पूर्ति का इन्तजार है।

इसी इन्तजार में हम पानी, प्रकृति, ग्रामीण विकास एवं लोकतांत्रिक मसलों के अत्यन्त संवेदनशील लेखक व पत्रकार श्री अरुण तिवारी जी द्वारा स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी से की लम्बी बातचीत को सार्वजनिक करने से हिचकते रहे, किन्तु अब खुद इस बातचीत का धैर्य जवाब दे गया है। वह अब सार्वजनिक होना चाहती है। अतः अब समय आ गया है कि हम इस लम्बी बातचीत को सार्वजनिक करें।

“माघ मकर गति जब रवि होई। तीरथपति आवहू सब कोई।।’’

माघ के महीने में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करे, तो सभी तीर्थों के राजा यानी प्रयाग में पधारें; प्रयाग यानी संगम। आइए, इस मकर संक्रान्ति को हम स्वामी सानंद गंगा संकल्प संवाद संगम में स्नान का श्रीगणेश करें।

सम्भव है कि स्वामी सानंद के ज्ञान, संवेदना और संकल्प से शासन, प्रशासन और समाज की संवेदना जगे। हम सभी गंगा की अविरलता-निर्मलता हेतु संकल्पित हों। इसी उद्देश्य से इण्डिया वाटर पोर्टल (हिन्दी) प्रत्येक रविवार को इस यात्रा का अगला कथन आपको उपलब्ध कराते रहेंगेे; यह पोर्टल टीम का निश्चय है।

पहला कथन, रविवार - दिनांक: 17 जनवरी, 2016 को प्रकाशित करेंगे।

शुरुआत कुछ यूँ होगी : ‘गंगा, कोई नैचुरल फ्लो नहीं’ : स्वामी सानंद

तारीख 01 अक्टूबर, 2013 : देहरादून का सरकारी अस्पताल।
समय, सुबह के 10.36 बजे हैं। न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अरविंद पांडे आकर जा चुके हैं। लोक विज्ञान केन्द्र से रोज कोई-न-कोई आता है। श्री रवि चोपड़ा जी भी आये थे। मैं पहुँचा, कमरे में दो ही थे, नर्स और स्वामी सानंद जी। 110 दिन के उपवास के पश्चात भी चेहरे पर वही तेज, वही दृढ़ता !!

 

‘स्वामी सानंद गंगा संकल्प संवाद’ शृंखला का परिचयात्मक विवरण जानने के लिये फिलहाल यहाँ क्लिक करें...