वर्षावनों को नष्ट क्यों किया जा रहा है?

Submitted by Hindi on Sat, 12/26/2009 - 17:00

हरसाल न्यू जर्सी (New Jersey) के क्षेत्रफल के बराबर वर्षावनों को काट दियाजाता है और नष्ट कर दिया जाता है। इससे इन जंगलों में रहने वाले पौधे औरजानवर या तो मर जाते हैं या उन्हें रहने के लिए किसी नए जंगल की तलाश करनी पड़ती है। वर्षावनों को नष्ट क्यों किया जा रहा है?

मानव वर्षावनों के विनाश और या वनों की कटाई के मुख्य कारण हैं। मानव कई कारणों से वर्षावनों को काट रहे हैं, इनमें शामिल हैं:

  • -आग जलाने और फर्नीचर आदि बनाने के लिए लकडी की आवश्यकता;
  • -छोटे -और बड़े दोनों प्रकार के खेतों के लिए कृषि;
  • गरीब किसानों के लिए भूमि जिनके पास रहने के लिए और कोई जगह नहीं है;
  • -मवेशियों (Cattle) की चराई के लिए भूमि; और
  • - सड़क निर्माण 

 

वर्षावन में पेड़ काटना और इमारती लकडी इकठ्ठा करना।

वर्षावन के विनाश का एक मुख्य कारण है पेड़ों की कटाई। फर्नीचर, फर्श के निर्माण, और अन्य निर्माण कार्यों में प्रयुक्त की जाने वाली कई प्रकार की लकडी अफ्रीका, एशिया, और दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय वनों से प्राप्त की जाती है। संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों में लोग लकडी के विशिष्ट उत्पादों को खरीद कर वर्षावन के विनाश में प्रत्यक्ष योगदान दे रहें हैं।

जहां एक ओर पेड़ों की कटाई इस तरीके से की जा सकती है, जिससे पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचे, वर्षावन में होने वाली अधिकांश कटाई बहुत ही विनाशकारी है। बड़े पेड़ों को काट कर गिरा दिया जाता है और जंगल में होकर इस घसीटा जाता है, इन प्रवेश मार्गों के कारण गरीब किसानों को जंगलों के अंदरूनी हिस्से खेती के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। अफ्रीका में पेड़ों की कटाई करने वाले मजदूर अक्सर प्रोटीन के लिए 'जंगली गोश्त' पर निर्भर करते हैं। वे भोज के लिए वन्य जीवों जैसे गोरिल्ला (Gorilla), हिरण और चिम्पांजी (Chimpanzee) का शिकार करते हैं।

अनुसंधान के द्वारा पाया गया है कि काटे जा चुके वर्षावनों में प्रजातियों की संख्या अछूते प्राथमिक वर्षावनों की तुलना में बहुत ही कम हैं। वर्षावनों के बहुत से जानवर परिवर्तित वातावरण में जीवित नहीं रह सकते हैं।

स्थानीय लोग अक्सर आग जलाने और निर्माण सामग्री के लिए वर्षावन से लकडी का संचय करते हैं। अतीत में ऐसी प्रथाएं पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) के लिए विशेष रूप से हानिकर नहीं थीं। हालांकि, वर्तमान में अधिक मानव आबादी वाले क्षेत्रों में, एक वर्षावन क्षेत्र से लकडी एकत्रित करने वाले लोगों की अल्प संख्या भी बहुत नुकसानदायक हो सकती है। उदाहरण के लिए मध्य अफ्रीका में शरणार्थी शिविरों (रवांडा और कांगो) के आस पास के वनों से लगभग सभी पेड़ों को काट दिया गया।

 

वर्षावन में कृषि

प्रतिवर्ष वर्षावन की हजारों मील भूमि को कृषि उपयोग के लिए नष्ट कर दिया जाता है।

वर्षावनों को कृषि भूमि में परिवर्तित करने के लिए दो मुख्य समूह जिम्मेदार हैं। ये हैं गरीब किसान और निगम। दुनिया के कई भागों में गरीब किसान अपने परिवारों का पालन पोषण करने के लिए वर्षावनों को नष्ट करते हैं।

बेहतर कृषि भूमि उपलब्ध न होने के कारण, ये लोग छोटी अवधि में जंगलों की सफाई के लिए स्लेश एंड बर्न विधि (काटो और जलाओ) का उपयोग करते हैं। आमतौर पर, वे दो साल तक इस साफ़ की गयी भूमि में खेती करते हैं, और जब इस भूमि के पोषक तत्व पूरी तरह से ख़त्म हो जाते हैं, वे जंगल का कोई और हिस्सा ढूंढ लेते है।

कृषि कंपनियां पहले से कहीं अधिक वर्षावनों को साफ़ कर रही हैं, विशेष रूप से अमेज़न (Amazon) में जहां बड़ी मात्रा में वर्षावनों को सोयाबीन के खेतों में परिवर्तित किया जा रहा है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि एक दिन दक्षिण अमेरिका के पास खेती के लिए इतना क्षेत्र भी नहीं होगा कि वह अमेरिका के मध्य पश्चिमी भाग के साथ स्पर्धा कर सके। इनमें से अधिकांश कृषिभूमि के लिए अमेज़न (Amazon) के वर्षावनों की कीमत चुकानी पड़ी होगी।

 

वर्षावन में मवेशी (Cattle)

पशु चराई के लिए भूमि की सफाई अमेज़न (Amazon) और ब्राजील (Brazil) में वनों की कटाई का प्रमुख कारण है जिसके कारण वर्तमान में यहाँ पहले से कहीं अधिक मांस का उत्पादन होता है। भोजन के लिए मवेशियों (Cattles) के उपयोग के अलावा, जमीन के कई मालिक मवेशियों (Cattles) का उपयोग अपनी जमीन के विस्तार के लिए करते हैं। वन भूमि के किसी क्षेत्र में वे सिर्फ अपने पशु ले जाते हैं, और उस भूमि पर कब्जा कर लेते हैं।

वर्षावन में सड़क का निर्माण

वर्षावन में सड़क और राजमार्ग का निर्माण विकास के लिए बड़े क्षेत्र उपलब्ध करता है। ब्राजील (Brazil) में, ट्रांस- अमेज़न (Trans-Amazon) राजमार्ग के परिणामस्वरूप गरीब उपनिवेश वासियों, पेड़ काटने वालों, और भूमि के सट्टेबाजों के द्वारा विशाल क्षेत्रों का विनाश हो गया।

अफ्रीका (Africa) में कटाई के कारण बन गयी सड़कें शिकारियों के प्रवेश को आसान बनाती हैं, जो विलुप्तप्राय वन्य जीवन का शिकार करते हैं। इसे या तो 'गोश्त' के रूप में काम लेते हैं या इस मांस को शहरी लोगों को बेच देते हैं।
 

वनों की कटाई में गरीबी की भूमिका

गरीबी वनों की कटाई में एक प्रमुख भूमिका निभाती है। दुनिया के वर्षावन ग्रह पर सबसे गरीब क्षेत्रों में पाए जाते हैं। वर्षावन और इसके आस पास रहने वाले लोग अपने अस्तित्व के लिए इन पारिस्थितिकी तंत्रों (Ecosystem) पर निर्भर रहते हैं। वे फल और लकड़ी को एकत्रित करते हैं, वन्य जीवों का शिकार करके उन कम्पनियों को उपलब्ध कराते हैं जो वन भूमि से संसाधनों के निष्कर्षण के लिए उन्हें मूल्य चुकाती हैं।

बहुत से गरीब ग्रामीण लोगों को वे विकल्प कभी भी प्राप्त नहीं होते हैं जो हमें पश्चिमी देशों में मिलते हैं। इन लोगों को कभी भी कॉलेज जाने या डॉक्टर बनने, फैक्टरी मजदूर बनने या सचिव बनने का मौका नहीं मिलता है। उन्हें अपने आस पास की भूमि पर ही रहना पड़ता है और जो संसाधन वे खोज सकते हैं उन्हीं का उपयोग करना होता है। उनकी गरीबी का भुगतान पूरी दुनिया को उष्णकटिबंधीय वर्षावन (Tropical Rainforest) और वन्य जीवों की क्षति के रूप में चुकाना पड़ता है। इन लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराये बिना वर्षावनों को नहीं बचाया जा सकता है।