बहुत तेज पवन का एकाएक उठने वाला झंझा जो कुछ मिनट (साधारणतः 1 से 10 मिनट) तक बहने के बाद एकदम शांत हो जाता है। आमतौर से इस प्रकार के झंझे में पवन की गति में बोफर्ट पैमाने के अनुसार कम से कम 3 वर्गों की वृद्धि हो जाती है वह बढ़कर 6 स्तर (24 नॉट) तक या अधिक हो जाती है।
इस प्रकार के झंझे कभी-कभी अत्यधिक विकसित ताप-विक्षोभ के कारण उत्पन्न होते हैं किंतु साधारणतः ये कपासी-वर्षा मेघों में उत्पन्न होने वाले अवरोही वायु प्रवाहों के फलस्वरूप धरती पर पहुंचते हैं। वर्षा के बीच-बीच में आने वाले तेज झंझे इसी प्रकार के होते हैं। अनेक बार ये ठंडी पवन के भी होते हैं।
साधारणतः ये उस समय बह रही पवन के बहने की दिशा में न होकर, किसी दूसरी दिशा में आते हैं।
इस प्रकार के झंझे कभी-कभी अत्यधिक विकसित ताप-विक्षोभ के कारण उत्पन्न होते हैं किंतु साधारणतः ये कपासी-वर्षा मेघों में उत्पन्न होने वाले अवरोही वायु प्रवाहों के फलस्वरूप धरती पर पहुंचते हैं। वर्षा के बीच-बीच में आने वाले तेज झंझे इसी प्रकार के होते हैं। अनेक बार ये ठंडी पवन के भी होते हैं।
साधारणतः ये उस समय बह रही पवन के बहने की दिशा में न होकर, किसी दूसरी दिशा में आते हैं।