1. बहिःप्रवाही धारा 2. बहिःस्रावः
1. वह सरिता जो किसी अन्य सरिता या जलराशि (झील) से निकलती हो।
2. उन आग्नेय मैग्माओं के लिए प्रयुक्त एक शब्द जो किसी ज्वालामुखी के पार्श्व से विदरों से होकर बाहर निकलते हैं।
किसी स्रोत या केंद्र से बाहर की ओर प्रवाहित होने वाला या बाहर की ओर जाने वाला। उदाहरणार्थ, किसी झील से निकलने वाली सरिता, किसी कारखाना से तरल अवशिष्टों का बाहर की ओर प्रवाह आदि।
किसी स्रोत या केंद्र से बाहर की ओर प्रवाहित होने वाला या बाहर की ओर जाने वाला। उदाहरणार्थ, किसी झील से निकलने वाली सरिता, किसी कारखाना से तरल अवशिष्टों का बाहर की ओर प्रवाह आदि।