जनपद प्रयागराज के जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर उर्वा ब्लॉक के अंतर्गत उर्वा गाँव में एक प्राथमिक विद्यालय है जिसके पास एक प्रदूषित नाला स्तिथ है जिसके जलभराव से ग्रामीण और स्कूल के बच्चे बेहद परेशान है और ये समस्या पिछले पांच साल से लगातार बनी हुई है। और जलभराव की स्तिथि ये है की लोगो के घुटनो तक ये प्रदूषित पानी पहुंच रहा है आपको बता दे की प्रदूषित नाले में आस पास के करीब 500 घरो का गन्दा पानी इकट्ठा होता है इसके साथ ही बरसात का पानी भी इसमें एकत्रित होता है ग्रामीणों का कहना है की पूर्व विधायक ने यहाँ पर इस पानी की निकासी के लिए एक नाला बनवाया जरूर था लेकिन गाँव के ही एक दबंग ने इसे नाले को पाठ दिया आपको बता दे की इस गाँव में जो सरकारी विद्यालय है वहां करीब सवा दो सौ के करीब बच्चों का रजिस्ट्रेशन है लेकिन उनमें से इस नाले की वजह से मात्रा 30 से 40 बच्चे ही स्कूल आते है ग्रामीणों सहित स्कूल के बच्चों का कहना है की इस गंदे नाले की वजह से यहाँ आना जाना भी बेहद मुश्किल है और अब तो आलम ये है की इसकी वजह से बीमारियों ने भी जन्म लेना शुरू कर दिया है
बस्ती के लोग नें बताया की हम लोग अभी तक डीएम,एसडीएम, एस एस पी, वीडियो व जिला प्रशासन और तहसील प्रशासन को इस मामले में लिखित शिकायत कर चुके है, विद्यालय में बच्चे माध्यहन भोजन करते है जिससे भोजन भी संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है सोचने वाली बात ये है की सरकार द्वारा संचारी रोग अभियान चलाया जा रहा है किन्तु इस गांव में इस बीमारी को लेकर कोई भी अधिकारी गंभीर नहीं है
आपको बता दे की उर्वा गाँव से दो विधायक रह चुके है और ब्लॉक मुख्यालय के बिलकुल पास होने के बावजूद भी इसपर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई ग्रामीण बताते है की जिला और तहसील प्रशासन को कई बार शिकायत कर चुके है लेकिन अधिकारी आते है और मुआयना करके चले जाते है
वही इस बाबत जब इंडिया हिंदी वाटर पोर्टल के कोरेस्पोंडेंट ने तहसीलदार इस सिलसिले में बात की तो उन्होंने कहा की ये मामला बेहद पुराना है पहले भी ये मामला उनके पास आया था और उनके संज्ञान में ये मामला है आगे तहसीलदार मेजा ने कहा की में मौके पर खुद मुआयना करने गया था नाले पर जिनका अवैध कब्ज़ा है उनके वहां से जल्द ही बेदखल किया जाएगा और नाले की गंदगी से जल्द ही निजात मिल सकेगी।