गंगा की अविरलता के लिए अनशनरत साध्वी पद्मावती को दिल्ली एम्स ने डिस्चार्ज कर दिया गया है। वे हरिद्वार स्थित मातृसदन पहुंच गई हैं। बताया जा रहा है अस्पताल में भर्ती मरीजों को कोरोना वायरस के मद्देजनर डिस्चार्ज किया जा रहा है, इसलिए पद्मावती को भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। वहीं मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती का अनशन अभी भी जारी है।
गंगा की अविरलता के लिए हरिद्वार स्थित मातृसदन में 15 दिसंबर 2019 को साध्वी पद्मावती अनशन पर बैठी थी। 30 जनवरी को उन्हें जबरन उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में की गई जांच में स्वस्थ पाए जाने पर उन्हें वापिस मातृसदन भेज दिया गया। इसके बाद 17 फरवरी को प्रशासन ने उन्हें पुनः उठाकर हरिद्वार के ही रामकृष्ण मिशन अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डाॅक्टरों ने न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम बताकर उन्हें दिल्ली एम्स रेफर कर दिया। दिल्ली पहुंचने के बाद भी साध्वी ने अपना अनशन समाप्त नहीं किया और उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आने लगी। उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया और फिर वे अचेतन अवस्था में चली गई। कई दिनों बाद उन्हें होश आया और सभी ने राहत की सांस ली। इसके बाद अब उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वे 27 मार्च की सुबह करीब 1 बजे मातृसदन पहुंची।
वहीं दूसरी तरफ मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने गंगा की मौजूदा स्थिति बताते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर मातृसदन के संतों के खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है। इस दौरान होली से उनका अनशन चल रहा है। वे दिन के केवल डेढ़ लीटर पानी ही ग्रहण कर रहे हैं।
हिमांशु भट्ट
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