तालाब ज्ञान-संस्कृति : नींव से शिखर तक

जब अंग्रेज भारत में राज करने आए थे तो यहां पर करीब 25 लाख तालाब, झील व अन्य वाटर बॉडीज, पानी का काम हो चुका था। आज के वाटर बॉडीज तालाब, झील छोटा हो या बड़ा उसे सिविल इंजीनियर बनाता है लेकिन तब हमारे यहां कोई सिविल इंजीनियरिग की इंस्टीट्यूट नहीं थी, ऐसी पदवी, डिग्री वाले लोग नहीं थे जो पांच साल की पढ़ाई करते हों।
बैगाओं के पारंपरिक मिश्रित खेती में खाद्य सुरक्षा तो होती है स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ मवेशियों के लिए भरपूर चारा और भूसा उपलब्ध होता है। जलवायु बदलाव के दौर में भी मिश्रित खेती की उपयोगिता और बढ़ गई है, जिसमें प्रतिकूल मौसम को झेलने की क्षमता होती है। श्री विश्वास बैगाओं के पारंपरिक मिश्रित खे
जब अंग्रेज भारत में राज करने आए थे तो यहां पर करीब 25 लाख तालाब, झील व अन्य वाटर बॉडीज, पानी का काम हो चुका था। आज के वाटर बॉडीज तालाब, झील छोटा हो या बड़ा उसे सिविल इंजीनियर बनाता है लेकिन तब हमारे यहां कोई सिविल इंजीनियरिग की इंस्टीट्यूट नहीं थी, ऐसी पदवी, डिग्री वाले लोग नहीं थे जो पांच साल की पढ़ाई करते हों।
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