तालाब ज्ञान-संस्कृति : नींव से शिखर तक

स्वामीश्री ज्ञानस्वरूप सानंद (प्रो जी डी अग्रवाल जी) के गंगा अनशन के 101वें दिन पर मेरी ओर से गंगा निवेदन
तय अब हमको ही करना है
हंसा तो तैयार अकेला
जीवित सानंद गले लगायें
या अर्थी पीछे रुदन गायें
हरिद्वार से बोल रहा हूं, तय अब हमको...
एक दिन वे अपने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलने गए, जो उन्हें बेहद स्नेह करते थे और यह सवाल उनके सामने रखा कि आखिर रासायनिक खेती में मैं कोर्इ गलती नहीं करता, विधि अनुसार खेती करता हूं, फिर क्यों उपज नहीं बढ़ती?
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