तालाब ज्ञान-संस्कृति : नींव से शिखर तक

एक प्रकार की भू-आकृति जो सरलता से घुलने वाले चूनाश्मी शैलों के क्षेत्र में विकसित होती है। इसकी विशेषता यह है कि इसमें सभी आकार के अनेक विलय गर्त (Sink) या छिद्र होते हैं और भीतर ही भीतर परस्पर जुड़े हुए अनेक विलय-मार्ग या सुरंगे बनी होती है जिनके बीच में शैलों के सहसा कटक और प्रोदवर्द्ध दिखाई पड़ते हैं। कार्स्ट-स्थलाकृति के नीचे-नीचे गुफाएँ और अंतर्भौम सरिताएँ भी मिलती हैं। इसका प्रारूपिक स्थान एड्रियाटिक समुद्र के पूर्व तट पर कार्स्ट नामक एक चूनाश्म पठार है।
एक प्रकार की भू-आकृति जो सरलता से घुलने वाले चूनाश्मी शैलों के क्षेत्र में विकसित होती है। इसकी विशेषता यह है कि इसमें सभी आकार के अनेक विलय गर्त (Sink) या छिद्र होते हैं और भीतर ही भीतर परस्पर जुड़े हुए अनेक विलय-मार्ग या सुरंगे बनी होती है जिनके बीच में शैलों के सहसा कटक और प्रोदवर्द्ध दिखाई पड़ते हैं। कार्स्ट-स्थलाकृति के नीचे-नीचे गुफाएँ और अंतर्भौम सरिताएँ भी मिलती हैं। इसका प्रारूपिक स्थान एड्रियाटिक समुद्र के पूर्व तट पर कार्स्ट नामक एक चूनाश्म पठार है।
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