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सातों महाद्वीपों में से सबसे ठंडा महाद्वीप अंटार्कटिका महाद्वीप है। वह सबसे दुर्गम तथा मानव-बस्तियों से सबसे दूर स्थित जगह भी है। वह साल के लगभग सभी महीनों में दुनिया के सबसे अधिक तूफानी समुद्रों और बर्फ के बड़े-बड़े तैरते पहाड़ों से घिरा रहता है। उसका कुल क्षेत्रफल 1.4 करोड़ वर्ग किलोमीटर है। क्षेत्रफल की दृष्टि से वह आस्ट्रेलिया से बड़ा है। अंटार्कटिका में बहुत कम बारिश होती है, इसलिए उसे ठंडा रेगिस्तान माना जाता है। वहां की औसत वार्षिक वृष्टि मात्र 200 मिलीमीटर है।
पहचानना मुहाल है शोलों की शक्ल का... हम आग से बचे थे और पानी से जल गए...शायर ने जब ये चंद लाइनें कोरे कागज पर उकेरी होंगी तो उसके जेहन में शायद आमी नदी के प्रदूषण की पीड़ा का अहसास भी न रहा हो, लेकिन मैली हो चुकी गांव की गंगा से सटे गांव के लोगों की आंखों में बेबसी को पढ़े तो ये लाइनें सटीक बैठती हैं। यहां के लोगों के लिए जीवनदायनी जल आग के शोलों से कम नहीं है। प्रदूषण से कराह रही आमी के दर्द का अहसास ही है कि नदी के किनारे के गांव जरलही निवासी रामदास को अंदर तक ऐसा झकझोरा की उन्होंने वर्ष 1995 में अन्न छोड़ने का प्रण ले लिया।
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अंटार्कटिका-दुनिया का सबसे ठंडा महाद्वीप
सातों महाद्वीपों में से सबसे ठंडा महाद्वीप अंटार्कटिका महाद्वीप है। वह सबसे दुर्गम तथा मानव-बस्तियों से सबसे दूर स्थित जगह भी है। वह साल के लगभग सभी महीनों में दुनिया के सबसे अधिक तूफानी समुद्रों और बर्फ के बड़े-बड़े तैरते पहाड़ों से घिरा रहता है। उसका कुल क्षेत्रफल 1.4 करोड़ वर्ग किलोमीटर है। क्षेत्रफल की दृष्टि से वह आस्ट्रेलिया से बड़ा है। अंटार्कटिका में बहुत कम बारिश होती है, इसलिए उसे ठंडा रेगिस्तान माना जाता है। वहां की औसत वार्षिक वृष्टि मात्र 200 मिलीमीटर है।
आमी: एक नदी की अकाल मौत
पहचानना मुहाल है शोलों की शक्ल का... हम आग से बचे थे और पानी से जल गए...शायर ने जब ये चंद लाइनें कोरे कागज पर उकेरी होंगी तो उसके जेहन में शायद आमी नदी के प्रदूषण की पीड़ा का अहसास भी न रहा हो, लेकिन मैली हो चुकी गांव की गंगा से सटे गांव के लोगों की आंखों में बेबसी को पढ़े तो ये लाइनें सटीक बैठती हैं। यहां के लोगों के लिए जीवनदायनी जल आग के शोलों से कम नहीं है। प्रदूषण से कराह रही आमी के दर्द का अहसास ही है कि नदी के किनारे के गांव जरलही निवासी रामदास को अंदर तक ऐसा झकझोरा की उन्होंने वर्ष 1995 में अन्न छोड़ने का प्रण ले लिया।
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सीतापुर और हरदोई के 36 गांव मिलाकर हो रहा है ‘नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद’ गठन
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'संजॉय घोष मीडिया अवार्ड्स – 2022
यूसर्क द्वारा तीन दिवसीय जल विज्ञान प्रशिक्षण प्रारंभ
28 जुलाई को यूसर्क द्वारा आयोजित जल शिक्षा व्याख्यान श्रृंखला पर भाग लेने के लिए पंजीकरण करायें
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