तालाब ज्ञान-संस्कृति : नींव से शिखर तक

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बालेन्दु दाधीच/ विस्फोट.कॉम
कोपेनहेगन के बाद जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत और चीन उन जी-77 देशों से छिटक कर अलग हो गए हैं जिनके साथ अपने साझा हितों की लड़ाई वे पिछले कुछ वर्षों से लड़ रहे थे। अफ्रीकी देशों की ओर से इस पर भावुकतापूर्ण एवं कटु प्रतिक्रियाएं आई हैं, वे आहत महसूस कर रहे हैं। वे न सिर्फ स्वयं को बातचीत की प्रक्रिया से अलग रहने से नाराज हैं बल्कि उनका यह भी मानना है कि तापमान में दो डिग्री तक की वृद्धि को स्वीकार्य मानकर उनके साथ अन्याय किया गया है। इतनी वृद्धि से उन देशों पर कई प्राकृतिक आपदाएं टूट पड़ेंगी। यह लक्ष्य हद से हद डेढ़ डिग्री तक होना चाहिए था। भले ही विकासशील देशों और कई पश्चिमी देशों की मांग के विपरीत इसमें कार्बन उत्सर्जन घटाने की किसी विस्तृत समय-सारिणी की व्यवस्था नहीं है
बालेन्दु दाधीच/ विस्फोट.कॉम
कोपेनहेगन के बाद जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत और चीन उन जी-77 देशों से छिटक कर अलग हो गए हैं जिनके साथ अपने साझा हितों की लड़ाई वे पिछले कुछ वर्षों से लड़ रहे थे। अफ्रीकी देशों की ओर से इस पर भावुकतापूर्ण एवं कटु प्रतिक्रियाएं आई हैं, वे आहत महसूस कर रहे हैं। वे न सिर्फ स्वयं को बातचीत की प्रक्रिया से अलग रहने से नाराज हैं बल्कि उनका यह भी मानना है कि तापमान में दो डिग्री तक की वृद्धि को स्वीकार्य मानकर उनके साथ अन्याय किया गया है। इतनी वृद्धि से उन देशों पर कई प्राकृतिक आपदाएं टूट पड़ेंगी। यह लक्ष्य हद से हद डेढ़ डिग्री तक होना चाहिए था। भले ही विकासशील देशों और कई पश्चिमी देशों की मांग के विपरीत इसमें कार्बन उत्सर्जन घटाने की किसी विस्तृत समय-सारिणी की व्यवस्था नहीं है
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