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भोपाल शहर के सन्दर्भ में स्मार्ट-सिटी की संभावनाओं का अध्ययन
स शोध का मुख्य उद्देश्य स्मार्ट-सिटी द्वारा समाज में होने वाले परिवर्तनों एवं संचार माध्यमों की भूमिका का अध्ययन करना…
वेब आधारित तकनीकों का पानी-पर्यावरण के लिए समाज-शिक्षण में योगदान (केस-स्टडी: इंडिया वाटर पोर्टल-हिंदी)
इंटरनेट और मोबाइल टेलीफोन का जैसे विस्तार हो रहा है वैसे ही विकास के इस दौर में समुदायों के बीच सूचना प्रौद्योगिकी…
देवबंद (सहारनपुर) उत्तर प्रदेश में नगरीय ठोस कचरे का प्रबन्धन
नगरीय ठोस कचरा अवांछित पदार्थ है। यह मुख्य तथा घरेलू कचरा होता है। नगरीय ठोस कचरा मुख्यन्नवसायिक गतिविधियों से उत्पव्य…
रिस्पना नदी के सतह जल की गुणवत्ता का वर्णन, उत्तराखंड, भारत
वर्तमान अध्ययन रिस्पना नदी मिल्ली वाटरशेड है जो उत्तराखंड राज्य में स्थित है। रिस्पना नदी देहरादून शहर की एक महत्वपूर्ण…
भूजल में उभरते हुए दूषित पदार्थ और उनके निवारण
उभरते हुए दूषित पदार्थ (Emerging Contaminants) वे रसायन हैं जो पेयजल आपूर्ति में लेश सीमा तक संसूचित किये गये हैं और…
बेमेतरा जिला, छत्तीसगढ़ में भूजल गुणवत्ता का मूल्यांकन
भूजल महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक है, जो विशेष रूप से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में दैनिक आजीविका की आवश्यकताओं को…
भारत के उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भूजल गुणवत्ता का आकलन
भूजल संसाधनों का उपयोग पीने, सिंचाई और औद्योगिक उद्देश्यों हेतु किया जाता है। भूगर्भीय और मानवजनित गतिविधियों के कारण…
भूमि-उपयोग परिवर्तन और शहरीकरण के शहरी-ऊष्मात-द्वीपीय प्रभाव: लखनऊ शहर का एक अध्ययन
शहरीकरण का शहरी तापमान की प्रवृत्ति और शहर के स्थानीय वातावरण पर इसके प्रभाव का आकलन आजकल पर्यावरण वैज्ञानिक और…
पंजाब में जलभृत लवणता की समस्या
पिछले 4 दशकों के दौरान, पंजाब राज्य ने चावल-गेहूँ की फसल प्रणाली का पालन करके कृषि उत्पादन में शानदार वृद्धि की है,…
भारत में हरियाणा राज्य के मेवात जिले में मृदा प्रदूषण के संबंध में भारी धातुओं का आंकलन
मृदा में भारी धातुओं का आंकलन मानव स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है क्योंकि ये धातुएं या तो कृषि फसलों को…
जलवायु परिवर्तन का सिंचन क्षेत्र (Command) की सिंचाई आवश्यकता पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन
वर्तमान में जलवायु परिवर्तन का मानव जीवन के सभी क्षेत्रों में प्रभाव परिलक्षित हो रहा है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में…
एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन (IWRM) के संदर्भ में जल गुणवत्ता निगरानी नेटवर्क की पहचान एवं योजना
जलवायु परिवर्तन के साथ भारत में विकराल होती संभावित सूखे की समस्या
जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा के वितरण एवं तीव्रता में बदलाव के साथ ही भविष्य में बाढ़ एवं सूखे की समस्या भी उत्पन्न…
जलवायु परिवर्तन अनुमानों में अनिश्चितताएं
वैश्विक जलवायु मॉडलों (GCMs) से अनुरूपित मौसम संबंधी मानक, वर्षा और तापमान, जलवायु परिदृश्यों की जलग्रहण स्तर पर…
उत्तराखंड हिमालय में जलवायु परिवर्तन का अध्ययनः प्राचीन वर्षा के बदलते रुझान
जलवायु परिवर्तन की विषय वस्तु अपने आप में अत्यंत विस्तृत है, परन्तु इस क्षेत्र में वर्षा के बदलते रुझान उत्पादन व चरम (…
जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव एवं खाद्य सुरक्षा-एक चुनौती
गत वर्ष भारत सरकार ने किसानें की आय को दोगुना करने का एक महत्त्वपूर्ण संकल्प लिया है। जिसके अंतर्गत सभी प्रकार के…
जल उत्पादकता में वृद्धि से जल संकट का समाधानः राजस्थान राज्य विशिष्ट
नदी घाटी पर बढ़ते शहरीकरण के प्रभाव-एक अध्ययन
नदी घाटी में तेजी से बदलती जनसांख्यिकी से भूमि उपयोग और लैंड कवर पैटर्न में जबरदस्त बदलाव आया है। नदी बेसिन व नदी बेसिन…
उन्नत भू-स्थानिक डेटा विश्लेषण का उपयोग करके असम राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी की जलधाराओं की बाढ़ की मैपिंग
कारटो डी. ई. एम. आंकडों का उपयोग करते हुए एक पहाड़ी क्षेत्र में बांध भंग के कारण बाढ़ हजार्ड का मानचित्रण
बांध भंग विश्लेषण करने के लिए नदी की स्थलाकृति और क्षेत्र की विविधता को परिभाषित करने के लिए डिजिटल एलिवेशन मॉडल (डी. ई…
प्रभावी न्यूनीकरण (Mitigation) योजना के लिए सूखा के लिए भेद्यता (vulnerability) का आकलन: भारत की केन नदी बेसिन का प्रकरण
रिसर्च : जैव विविधता पर संकट
पृथ्वी पर विविध प्रकार का जीवन विकसित हुआ है जो मानव के अस्तित्व में आने के साथ ही उसकी आवश्यकताओं को पूर्ण करता रहा है…
माइक फ्लड सॉफ्टवेयर का उपयोग करके जलाशय के तटबंध की विफलता के लिए बाढ़ शमन योजना
बांध के विफलताओं के परिणामों से सार्वजनिक जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा महत्त्वपूर्ण हो गई है क्योंकि बांध की आपदाओं के…
एक आयामी और दो आयामी द्रव गतिकीय निदर्श युग्मन के उपयोग से बांध भंग बाढ़ आप्लावन का निदर्शन करना
तकनीकी विकास जो सामाजिक कल्याण में सुधार करते हैं, परन्तु विनाशकारी तकनीकी विफलताओं के कारण बड़ी संख्या में लोगों को…
पश्चिमी राजस्थान में सूखा प्रबंधन द्वारा फसल संरक्षण
भारत में वर्षा और जलवायु परिस्थितियों में उच्च अस्थायी और स्थानिक विविधताओं की वजह से अलग-अलग तीव्रता में लगभग हर वर्ष…
बिहार में 2019 ई. का अभूतपूर्व जल संकट-एक विश्लेषण
2019 ई. में बिहार राज्य, विशेषतः उत्तर बिहार के मिथिला क्षेत्र, ने अभूतपूर्व जल संकट का सामना किया। शहरी क्षेत्रों की…
तटीय जलाशय के सम्बन्ध में तटीय विज्ञान के कुछ सुझाव
सन 2019 के आकड़ों के हिसाब से भारत वर्ष की जनसंख्या 135 करोड़ के नजदीक है। इतनी जनसंख्या के खाद्यान और बाकी जरूरतों को…
उत्तराखंड में जल समस्या के समाधान हेतु जलस्रोत अभ्यारण का विकास
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र में नौले (भूमिगत जल एकत्र करने हेतु पत्थर की सीढ़ीनुमा दीवारों वाले 1-2 मीटर गहरे चौकोर…
ग्रामीण तालाब के जीर्णोद्धार में सहायक रूटजोन वेटलैण्ड तकनीकीः घरेलू अपशिष्ट जल का प्राकृतिक तरीके से शुद्धीकरण
ग्रामीण तालाब मानव जीवन के परम्परा से जल के उपयोग व संरक्षण के स्रोत रहें हैं। आजकल के आधुनिक समय में ग्रामीण तालाब को…
राजस्थान में जल संरक्षण की पुरातन विशिष्ट संरचनाएं आज भी प्रासंगिक
जल की महत्ता पूर्व की अपेक्षा वर्तमान में कहीं अधिक बढ़ गयी है। इसका मुख्य कारण तीव्र जनसंख्या वृद्धि तथा उसकी विभिन्न…
हमारी वन संपदा
वन हमारी धरोहर एवं जीवन - रेखा हैं। वनों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। वन परिस्थितियों के मुख्य आधार…
क्षेत्रीय जल की कमी के सतत समाधानहेतु जम्मू क्षेत्र के कंडी बेल्ट में तालाबों का जल वैज्ञानिकीय अध्ययन-एक समीक्षा
जम्मू और कश्मीर तीन अलग-अलग भौतिक क्षेत्रों में विभाजित देश का उत्तरी राज्य है। जम्मू, कश्मीर और लद्दाख, क्रमशः चिनाब,…
वैदिक काल में भू-जलविज्ञान एवं जल गुणवत्ता
प्राचीन भारतीय सभ्यता में जल ही जीवन है का सिद्धांत प्रतिपादित किया गया। वैदिक साहित्य में जल स्रोतों, जल के महत्व,…
हाइड्रोलॉजी में साइंटोमेट्रिक्स: एक समीक्षा पत्र
जैसा कि तकनीकी प्रगति होती है, किसी भी क्षेत्र में काम करने के रुझान में एक बदलाव होता है। जब किसी भी अनुसंधान डोमेन के…
भारतीय प्रिंट मीडिया में जलवायु परिवर्तन कवरेज: एक लेख विश्लेषण
हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन ने राजनीतिज्ञों और मीडिया का अधिक ध्यान आकर्षित किया है। जबकि पश्चिमी मीडिया ने इस…
जल संपत्ति एवं यथोचित आपूर्ति-एक अवलोकन
भारत में प्रचुर मात्रा में जल स्रोत हैं, परंतु उनका नियोजन और संचालन ही उनका भविष्य निर्धारित कर सकता है। विश्व की…
बच्चों की मस्तिष्क संरचना को प्रभावित कर रहा वायु प्रदूषण
इंसान के दिमाग (मस्तिष्क) में ध्यान, जागरुकता, विचार, भाषा, याददाश्त और चेतना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली बाहरी…
भूजल संचयन, पुनर्भरण एवं प्रबंधन
जल प्रकृति के द्वारा प्रदान किया गया एक सुंदर एवं बहुमुल्य उपहार है। पानी के बिना किसी भी गृह पर जीवन की कल्पना भी नहीं…
सुंदरबन क्षेत्र में मिट्टी-पानी के मुद्दे और संभावित प्रबंधन
सुंदरवन की ग्रामीण आबादी की आजीविका अनिश्चित है और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं । ताजे पानी के एक्वीफर गहरे हैं, और…
कृषि में जल प्रबंधन तथा मौसम की पूर्व जानकारी में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी-''पूसा एमकृषि''
आज भी भारत की लगभग दो तिहाई जनसख्याँ कृषि पर निर्भर है। भारतीय कृषि मानसूनी वर्षा पर आधारित है। मानसून आने का समय एवं…
एग्री-वोल्टाइक प्रणाली: एकल भूमि उपयोग तंत्र में फसल एवं बिजली उत्पादन तथा वर्षा जल संरक्षण
एग्री-वोल्टाइक प्रणाली का विचार भविष्य में खाद्य एवं ऊर्जा की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लाया गया, जिसमें एकल भू…
कृषि में जल बचत की प्रौद्योगिकियाँ
जल प्रकृति द्वारा प्रदत्त एक ऐसा उपहार है जो न केवल जीवन, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अमूल्य है। जैव मंडल की अनेक क्रियाएं…
वर्षा आधारित कृषि हेतु उपयोगी जल बचत तकनीक व जन भागीदारी
देश में अधिकांश कृषि योग्य भूमि वर्षों पर निर्भर करती है। वे क्षेत्र जहां 30 प्रतिशत से कम सिंचित क्षेत्रफल हैं, वर्षों…
कृषि में जल संरक्षण तकनीकें - एक काव्यात्मक प्रस्तुतीकरण
इस पत्र में ऐसी दस जल संरक्षण तकनीकों, जो प्रायोगिक प्रक्षेत्र में जाँची व परखी गई हैं, और जो सामाजिक रूप से स्वीकार्य…
आभासी जल की बचत पर भी ध्यान दिया जाए
देश में पानी की भविष्य की समस्याओं के संबंध में केंद्र सरकार ने अलग से जल शक्ति विभाग की स्थापना की है। हमारे…
चना और धनिया की अंतर फसल पर विभिन्न सिंचाई विधियों का प्रभाव
यह अध्ययन “छत्तीसगढ़ के काली मिट्टी वाली मैदानों में चना और धनिया अंतर फसल पर विभिन्न सिंचाई विधियों का प्रभाव” इंदिरा…
ऊपरी गंगा बेसिन में हिम मानचित्रण और वेब अनुप्रयोग
हिमालय एशिया की महत्वपूर्ण पर्वत श्रृंखला में से एक है। हिमालय की सीमा पश्चिम में पामीर से पूर्व में मिश्मी पहाड़ियों तक…
सोंदूर जलाशय में डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग तकनीक का उपयोग करके अवसादन का आंकलन
मानव समाज के निरंतर विकास के लिए बांध या जलाशय बहुत उपयोगी साबित हुए हैं। जलाशय की उपयोगिता जल को संग्रहित करने की उसकी…
हाइड्रो-डाइनैमिक मॉडल तथा जीआईएस द्वारा फ्लैश फ्लड का आंकलन एवं चित्रण
हिमालय लाखों जीवित जीवों का जीवन दाता है और नदियाँ उसकी रीढ़ हैं। हिमालय में फ्लैश फ्लड से लगातार आपदा होती है। फ्लैश…
गंगाकोशः आधुनिक तकनीक द्वारा गंगा नदी से सम्बंधित सूचनाओं का प्रचार एवं प्रसार
गंगा नदी, भारतवर्ष की एक प्रमुख एवं पवित्रतम नदी है। गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों से सम्बंधित उपयोगी जानकारियाँ…
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खांसी या जुखाम है, कैसे पता लगाएं कि यह कोविड(COVID-19) है, सामान्य सर्दी या प्रदूषण
केंद्र की ये नई परियोजना कृषि पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को करेगी कम
वाराणसी में अगले साल से चलेगी जल टैक्सी
कैसे अंतरिक्ष से झीलों और नदियों की निगरानी करेगा नासा का नया उपग्रह