रिसर्च

पानी में ऊष्मीय प्रदूषण प्रबंधन हेतु गणितीय प्रतिमानों का महत्व 
ऊर्जा स्थायी आर्थिक विकास और बेहतर मानव जीवन के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण कारक है। तेजी से आर्थिक विकास और वैश्विक…
फजी तकनीक द्वारा उपचार किये गये अपशिष्ट जल का प्रबंघन
एक विकासशील शहरी समाज में अपशिष्ट जल आमतौर पर प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति 30.70 मी3 प्राप्त होता है। यह अपशिष्ट जल नालों…
संजय नदी पर प्रस्तावित दुगनी बराज हेतु गणितीय प्रतिमान अध्ययन, झारखण्ड
झारखण्ड के सराइकेला खारसवान जिले में 688 हे. क्षेत्र में सिंचाई हेतु एक बराज का निर्माण सुनिश्चित हुआ था। संजय नदी,…
सौराष्ट्र प्रायद्वीप के तटीय नदी बेसिन में सिंचाई अनुकूलता हेतु भूजल गुणवत्ता आंकलन
सौराष्ट्र के तटीय भाग का भू-जल उच्च लवणता से प्रभावित है। दक्षिण सौराष्ट्र के मिनसर नदी बेसिन में समुद्र तट के पास वाले…
दिल्ली में शहरीकरण के विगत 26 वर्ष - ग्राउंडवाटर रिचार्ज पर बढ़ती इम्परवियस सरफेस का प्रभाव
शहरीकरण के हाइड्रोलॉजिक प्रभावों का आकलन एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है क्योंकि शहरीकरण पानी की मात्रा और गुणवत्ता को…
पूर्वी उत्तर प्रदेश में भूमिगत जल का गहराता संकट: समस्याएं एवं समाधान
जल की उपलब्धता उसकी आपूर्ति एवं मांग पर निर्भर करती है। धरातल पर जलापूर्ति का प्रमुख स्रोत वर्षा है। जलवायु परिवर्तन के…
मध्य गंगा घाटी में घटता भू-जल विकास स्तर: समस्याएं एवं समाधान
पृथ्वी तल के नीचे स्थित किसी भूगर्भिक स्तर की सभी रिक्तियों में विद्यमान जल को भू-जल कहा जाता है। अपने देश में लगभग 300…
बारिश की एक-एक बूँद है बेशकीमतीः वर्षा जल संचयन
जल द्वारा प्रदत्त बहुत से उपहारों में से एक अनमोल एवं महत्वपूर्ण भेंट है और सभी प्राणियों के जीवन का मुख्य आधार है।…
बदलते मौसम में निरंतर सूखते हिमालयी जल स्रोतों (झरनों) के पुनरुद्धार हेतु वैज्ञानिक समाधान 
एक अनुमान के अनुसार हिमालयी क्षेत्र की 50 मिलियन जनसंख्या हिमालयी क्षेत्रों में निकलने वाले स्थानीय प्राकृतिक जल…
भारतीय चिन्तन परम्परा में जल एवं पर्यावरण संरक्षण की अवधारणा 
अपने देश की जनता धार्मिक एवं आध्यात्मिक प्रकृति की रही है। इसीलिए प्रकृति के सभी अंगों (तत्वों) में किसी न किसी देवी-…
वारंगल जिले का भूजल पुनर्भरण आंकलन
पानी की बढ़ती मांग ने हम सभी को भूजल के प्रयोग पर अत्यंत निर्भर बना दिया है। मुख्यतः उन क्षेत्रों में जहां सतही पानी के…
मध्य हिमालय पर पिघले पानी में ट्रेस तत्वों की सांद्रताः डोकरियानी और गंगोत्री ग्लेशियर का एक केस अध्ययन
मानवजनित और प्राकृतिक गतिविधियों के माध्यम से वायुमंडल में उत्सर्जित ट्रेस तत्व फैलते हुए निचले इलाकों में पहुंच जाते…
जल के इष्टतम उपयोग हेतु आवश्यक जल प्रबंधन
जल संसाधन प्रबन्धन के क्षेत्र में जल के प्रति लोगों में जागरूकता होना भी आवश्यक है। सरकार द्वारा किये जाने वाले…
कुलसी नदी क्षेत्र (असम/मेघालय) के अंतर्गत बूट्स्ट्राप आधारित कृत्रिम तंत्रिका प्रसार (आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क्स) का प्रयोग कर अल्पावधि बाढ़ पूर्वानुमान
जल संसाधन योजना और प्रबंधन के लिए दैनिक नदी के प्रवाह का पूर्वानुमान आवश्यक है। अध्ययन का उद्देश्य बाढ़ के पूर्वानुमान…
भारत के रेगिस्तानी प्रदेश के एक भाग पर वर्षा के ट्रेंड विश्लेषण एवं इसके जल संसाधन प्रबंधन पर होने वाले प्रभाव
हाल ही के पिछले दशकों में चूँकि जलवायु परिवर्तन का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण हुआ है इसलिए पुराने जलवायु रुझानों पर शोध…
विभिन्न वाष्पोत्सर्जन विधियों द्वारा रुड़की क्षेत्र के लिए वाष्पोत्सर्जन दरों का तुलनात्मक अध्ययन
वाष्पोत्सर्जन जल चक्र का महत्वपूर्ण घटक है। फसलों के चयन में इसकी मुख्य भूमिका होती है। अतः इसका सटीक आंकलन नितान्त…
दैनिक वर्षा के आंकड़ों द्वारा तवी नदी बेसिन के लिए अलग-अलग प्रत्यागमन अवधियों के लिए तीव्रता-अवधि-आवृत्ति (आईडीएफ) वक्र का विकास
वर्षा और वर्षा की तीव्रता के अनुमान, विश्लेषण और निर्धारण के ज्ञान का इंजीनियरिंग और कृषि विज्ञान में विशेष महत्व है।…
भारतवर्ष की नदियों के नामकरण का अध्ययन
देश में उपलब्ध सतही जल संसाधनों में नदियों का स्थान सर्वोपरि है। देश में उपलब्ध सतही जल का अधिकांश भाग हमें नदियों के…
नर्मदा क्षिप्रा लिंक परियोजना का क्षिप्रा के जल पर प्रभाव
क्षिप्रा नदी उज्जैन शहर से गुजरने वाली एक पौराणिक, आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्व की नदी है, किंतु पिछले कुछ वर्षों में…
एल मोमेंट्स का उपयोग करते हुए सब-हिमालयन क्षेत्र के लिए विभिन्न वापसी अवधि के लिए बाढ़ का पूर्वानुमान
जलविद्युत परियोजनाओं सहित विभिन्न प्रकार की जल संसाधन योजनाओं के नियोजन, विकास और संचालन के लिए अमापित और मापित आवाह…
प्राकृतिक वन क्षेत्र का विकासः तेलंगाना में यदाद्री का अध्ययन
भारत में पारिस्थितिकीय संतुलन कायम रखने और वनों के अस्तित्व को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए वन प्रबंध में प्रणालीगत…
काली किनारे के गांवों में बांझपन का खतरा
काली नदी में प्रदूषण का आलम यह है कि मेरठ में इसके निकट के उन गांवों में बांझपन का खतरा बढ़ गया है, जहां प्रदूषण का…
जलवायु परिवर्तन बनेगा देश में अधिक मौतों का कारण
वर्तमान में जलवायु परिवर्तन वैश्विक स्तर पर एक गंभीर समस्या बनी हुई है। दुनियाभर की सरकारें और वैज्ञानिक अपने-अपने स्तर…
प्रदूषण से पक्षियों की मृत्यु दर में 40 प्रतिशत इजाफा
अकेले वायु प्रदूषण से भारत में हर साल करीब 15 लाख लोगों की मौत होती है। पर्यावरण असंतुलन की इस भयावहता को देखकर विश्व…
मिट्टी पर जलवायु परिवर्तन का असर
जलवायु परिवर्तन से दुनिया के महासागरों, समुद्री तटों, पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। अब वैज्ञानिकों ने…
मछलियों की अंत: ग्रंथियों पर कीटनाशक डाल रहे दुष्प्रभाव
फसलों में प्रयोग किए जा रहे कीटनाशकों का जल की रानी मछलियों पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। ये कीटनाशक उनकी अंतः ग्रंथियों…
स्वच्छता के लिए व्यवहार में स्थाई बदलाव जरूरी
चीलें मध्य एशिया (रूस, मंगोलिया, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, चीन) से 4500 किमी का सफर तय कर भारत में सर्दी का आनंद लेने आती…
भारत में स्वच्छता आन्दोलन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
भारत का इतिहास गवाह है कि कई समाज सुधारको के द्वारा स्वच्छतालक्षी आन्दोलन चलाए गए हैं। मुख्यतः महात्मा गाँधी, डॉ.…
स्वच्छता और पर्यावरण 
स्वच्छता और पर्यावरण का प्रत्यक्ष सम्बन्ध है। स्वच्छता की स्थिति में पर्यावरणीय स्थिति भी स्वच्छ व स्वस्थ रहेगी। आम…
स्वच्छता की संस्कृति और सामाजिक परिवर्तन
स्वच्छता प्रत्येक की अनिवार्यता व आवश्यकता है। उनके उपयोग व महत्त्व को निर्विकल्प कह सकते है। स्वच्छता की ओर विध-विध…
जलवायु परिवर्तन (Climate Change)
<p><br /> <b>जलवायु परिवर्तन</b><br /> <br /> <a data-context="true…