Skip to main content
Search
Main navigation
मुखपृष्ठ
संगठन
नरेगा के संगठन
पानी की वेबसाईटें, ब्लॉग, वेबपेज
टूल्स और टेक्निक
सम्पूर्ण कृषि जल प्रबंधन
कृषि
जलनिकाय बहाली
पेयजल प्रबंधन
भूजल
वर्षाजल संचय
जल और उद्योग
जल गुणवत्ता
नरेगा
अपशिष्ट जल
आंकड़े और संसाधन
मौसमविज्ञान डाटा
रिसर्च
नीतियाँ और कानून
नदी घाटियां
सांख्यिकी एवं मानचित्र
जल गुणवत्ता किट
जल संकट
जल संसाधन
सामाजिक पहलू और विवाद
मानसून
सूचना का अधिकार अधिनियम
नेटवर्क
आगामी कार्यक्रम
जल योद्धा
नौकरी/ जॉब्स
न्यूज़लैटर
सुर्खियां
कैरियर / कोर्सेज
नया- ताजा
पानी के लोग
साक्षात्कार
ग्लोबल वार्मिंग व जलवायु परिवर्तन
आलेख
पानी विचार
मल्टीमीडिया
पोस्टर
प्रेजेन्टेशन
रेडियो
वीडियो
फोटो
इन्फोपैक
पुस्तकें
मराठी
ਪੰਜਾਬੀ
ગુજરાતી
বাংলা
ଓଡ଼ିଆ
युवाओं के लिए
अध्यापकों के लिए
क्या आप जानते है
जल ज्ञानकोश
जल विज्ञानीय शब्द
जल शब्दकोश
बाल वाटिका
सेनिटेशन
नया ताजा
6. गेबियन संरचना
5. लूज बोल्डर चेक डेम :
4 -रिसाव तालाब (परकोलेशन टैंक)
3. गली प्लग (नाली अवरोधक)
2 - कंटूर नाली (ट्रेन्च)
भू-जल का कृत्रिम पुनर्भरण
क्षेत्र की भौगोलिक संरचना किस प्रकार है, यह जानना अतिमहत्वपूर्ण है। क्षेत्र समतल है या ढालूदार। ढालूदार क्षेत्र में ढाल…
ऐसे किया जा सकता है जल संग्रहण
कृत्रिम भरण की विधियाँ कोई नई बात नहीं है। आदिकाल से जिन क्षेत्रों में वर्षा बहुत कम होती थी, वहां इसका उपयोग लोग करते…
इंदौर का पानी
हमें याद रखना होगा देश में इंदौर में प्रसारित जल सबसे महंगा है। इंदौर वासियों को घरों तक पानी पहुंचाने से सरकार को…
पत्रकारों के लिए इन्कूलिसिव मीडिया फॉर चेंज की फैलोशिप- 2010
हजारों आत्माओं का पुनर्जन्म
बालोदा लक्खा का जिन्दा समाज
जीवन दायिनी
कहानी लदुना के पानी की...
पलायन थमा..
मालवा को आगाह . .
मानसूनी बादल के आगमन पर यही नमी दबाव की वृद्धि में अधिक होती है। फलस्वरूप रिमझिम के तराने लेकर आ जाती है बरसात, लेकिन…
डेनिडा परियोजना एवं सहभागिता
दसवीं पास ‘इंजीनियर’
चाल-खाल से बचाओ जंगल
बूँदों में गाँधी दर्शन ‘बूंदों की मनुहार’
क्या नदियों को जोड़ा जा सकता है?
पानी : समुदाय, संवेदना और समय
पानी के मामले में आम जन पर मेरा भरोसा खुरई अनुविभाग में एसडीओ (राजस्व) के रूप में कार्य करते हुए कायम हुआ। एक छोटा सा…
डेढ़ हजार में नदी जिन्दा
हमारी यात्रा का पहला पड़ाव खरगोन जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर भीकनगांव है। यहां से हम झिरन्या रोड पर 8-10 किमी. दूर…
शिप्रा तट सभ्यताओं की जननी रहा है
शिप्रा तट पर राजा प्रद्योत के समय उज्जैन वर्तमान गढ़कालिका क्षेत्र में बसी हुई थी। वहां शिप्रा का तटबन्ध बनाया गया था।…
उद्धारक शिप्रा उद्धारकों की बाट जोह रही
स्वर्णजलः कहीं पास कहीं फेल
शिप्रा की पन्द्रह बहनें
दो सौ किलोमीटर बहकर शिप्रा आलोटी तहसील में चम्बल में मिल जाती है। यह स्थान सिपावरा कहलाता है। वहाँ पर घाट, मन्दिर हैं…
मालवा की गंगा-शिप्रा
वहां से भी होकर वह शिप्रा इन्दौर-नेमावर पथ पर अरण्या ग्राम से प्रकट होकर आज भी बह रही है। यह बताया जाता है कि शिप्रा…
भाग 2
बुरहानपुर की मुगलकालीन जलप्रदाय व्यवस्था
पानी से जुड़ा है आदमी का धरम-करम
पानी है अनमोल
अनन्तपुर : सूखा और आत्महत्या करते किसान
जल मिथकथाओं की अन्तरकथा
जनजातियों की जल की मिथकीय अवधारणाएं
कैसे हो भूजल सस्टेनेबल
प्राचीन सभ्यताओं की जल की मिथकीय अवधारणाएं
जल के वैदिक और पौराणिक लोकाख्यान (भाग 2)
जल के वैदिक और पौराणिक लोकाख्यान
जल की मिथकीय अवधारणा (भाग 2)
जल की मिथकीय अवधारणा
पहियों पर जल साक्षरता
नरेगा ने मन मोहा मध्य प्रदेश का
नियंत्रण हाथ में रखना चाहते हैं नौकरशाह
झारखंड में नरेगा
संदर्भः
उपसंहार
परिशिष्ट-2 - जल के आध्यात्मिक प्रयोग
परिशिष्ट-1 - जलरूप देवता
(3)‘जल-माहात्म्य’
(2)‘जल ने ब्रह्म हत्या ली’
Pagination
First page
« First
Previous page
‹ Previous
Page
342
Page
343
Page
344
Page
345
Current page
346
Page
347
Page
348
Page
349
Page
350
Next page
Next ›
Last page
Last »