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बिहार बाढ़: ’15 दिन पहले ढाई किलो चूड़ा दिया, उसी पर जिंदा हैं’
मोहम्मदीन किशनगंज के बहादुरगंज ब्लॉक के सतमेढ़ी गांव में रहते हैं। इस गांव के 40 घर नदी में समा चुके हैं और जो घर बच गए…
पहाड़ को जल संकट से उबारने में जुटे चंदन
उत्तराखंड़ का भौगोलिक और पौराणिक महत्व किसी भी अन्य क्षेत्र की अपेक्षा कईं ज्यादा अलौकिक और वृहद है। उत्तराखंड़ के संदर्भ…
आंकड़ें: भारत में जून-जुलाई 2020 में राज्यवार बारिश
दक्षिण पश्चिम मानसून 2020 की पहली छमाही के दौरान भारत में 453.3 मिमी वर्षा हुई थी, जो सामान्य अवधि में 452.2 मिमी की…
बिन बारिश कैसे बुझेगी यहां के लोगों की प्यास
इस बार जून और जुलाई की बारिश गोविंद सागर बांध के लिए नाकाफी साबित हुई है। इस बारिश से बांध में एक इंच भी पानी की…
जलस्रोतों में छिपा है पहाड़ के भू-कटाव का समाधान
वैसे तो जलस्रोतों के सूखने के कई कारण हैं, लेकिन मानवीय हस्तक्षेप के कारण स्रोतों के कैचमेंट क्षेत्र में हुआ अतिक्रमण…
बिहार बाढ़ः बाढ़ में तैरती जिंदगी
बिहार इन दिनों कोरोना के साथ ही साथ बाढ़ से भी जूझ रहा है। लगभग पूरा बिहार आज पानी-पानी हो रहा है। बाढ़ में फँसे लोगों…
हरकी पैड़ी पर गंगा नदी का नाम बदलने की तैयारी, ताकि हाईकोर्ट का आदेश रहे बेअसर
इससे कोई इंकार नहीं कर सकता है कि 80 के दशक तक हरकी पैड़ी निर्विवाद रूप से गंगा में थी। यह स्थिति ज्वालापुर से दूधाधारी…
बादल फटना क्या होता है
पहाड़ी इलाकों में अकसर बरसात के मौसम में हमने बादल फटने की घटना के बारे में सुना होगा । कई बार लोगों के मन में सवाल होते…
डाकुओं को भी बनाया पर्यावरण प्रेमी, लगाए 26 लाख पौधे
वैसे तो पौधारोपण हम सभी करते हैं, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं, जिनके जीवन का उद्देश्य ही पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण है।…
बिहार में बाढ़:  “सब तबाह हो गया, कोई हमारी सुन नहीं रहा”
“रात में अचानक पानी घर में घुस गया। माल-मवेशी बह गया। खाने पीने का कोई ठौर नहीं है। तीन दिन से हमलोग परेशान हैं, लेकिन…
दिल्ली में हैं तो सतर्कता बरतकर करें पानी का उपयोग
अमोनिया है नुकसानदायक पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ना सेहत के लिए काफी खतरनाक है। अमोनियायुक्त पानी से लीवर संक्रमित…
परम्परागत तालाबों के उपयोग हेतु जन सहभागिता
परम्परागत (प्राचीन) तालाबों के उपयोग का लक्ष्य, जन सहभागिता के माध्यम से उपलब्ध पानी की हर बूँद का अनुकरणीय उपयोग करना…
भारत के लिए चुनौती बनती मौसमी घटनाएं
वनों के कटान, विभिन्न मानवीय गतिविधियों और अधिक कार्बन उत्सर्जन के कारण विश्वभर में जलवायु परिवर्तन तेजी से बढ़ रहा है।…
कस्तूरी सी है नदी चेतना यात्रा
उल्लेखनीय है कि पिछले लगभग दो माह से बिहार के कुछ प्रबुद्ध जनों द्वारा प्रदेश की पांच नदियों (भागलपुर में चम्पा,…
केदारनाथः गौरीकुंड के तप्तकुंड का मूल स्रोत तल से 12 फीट नीचे पहुंचा
 केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड के तप्तकुंड का तापमान सात से लेकर 10 डिग्री तक बढ़ गया है। यह 45 से 48 डिग्री…
ट्यूब की जुगाड़ नाव में पहुँची अस्पताल रुखसाना
जिले के केवटी प्रखंड के असराहा गांव में  भी बाढ़ का पानी घुसा हुआ है, पिछले दिनों गांव की गर्भवती महिला रुखसाना परवीन…
अपना तन, मन और धन लगाकर इस सेवानिवृत्त अधिकारी ने बनवा दी 100 से ज्यादा जल संचयन प्रणालियां
दिल्ली निवासी शासकीय सेवानिवृत्त रामचंद वीरवानी, जो अभी तक जल संरक्षण के क्षेत्र में निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं…
नैनो प्रौद्योगिकी से स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल 
नैनो प्रौद्योगिकी द्वारा अब किसी भी स्रोत से साफ पेयजल तैयार कर पाना संभव हो गया है। वस्तुतः प्रचलित विधियों में पानी…
खत्म होता उत्तर प्रदेश में पानी, सीएम योगी ने बताए बचाने के उपाय
प्रदेश के 823 में से 287 विकासखंडों में भूजल में 20 सेंटीमीटर तक की गिरावट प्रतिवर्ष देखने को मिली है। प्रदेश में भूजल…
आईएफएस संदीप के प्रयासों से लौटी दयारा बुग्याल की खूबसूरती
उत्तरकाशी में 3408 मीटर की ऊंचाई पर 28 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला दयारा बुग्याल अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए…
चौकी पर खाना सोना कर  रहे हैं रामचंद्र
“कोसी नदी का जलस्तर तो लगातार बढ़ रहा था, लेकिन बाहर निकलने का कोई साधन नहीं था, इसलिए घर में रहना तय किया और चौकी पर…
आरओ प्लांट कैसे काम करता है
‘आरओ प्लांट’ का शाब्दिक अर्थ है ‘‘रिवर्स ऑस्मोसिस प्लांट’’। यह एक ऐसी आधुनिक मशीन है, जो खारे पानी में मौजूद विभिन्न…
पुनर्जीवित नदी के जल का जन सहभागिता आधारित जल प्रबन्ध
तरुण भारत संघ ने राजस्थान के अलवर, जिले की सात सूखी नदियों को पुनर्जीवित किया है। उसने यह काम जोहड़ों तालाबों को बनवाकर…
आईएफएस सुधा रमन के प्रयासों से पुनर्जीवित हुई सूखी झील
चेन्नई में भीषण जल संकट का कारण अनियमित विकास, भूजल का अतिदोहन और जलवायु परिवर्तन था। इन सबसे चेन्नई के वंडलूर चिड़ियाघर…
नदी चेतना यात्रा : समाज की प्रजातांत्रिक शक्ति और नदी के प्राकृतिक संसाधनों की बहाली 
मनुष्य की विकास यात्रा का इतिहास बताता है कि मानव सभ्यता का विकास नदियों के किनारे हुआ है। यह विकास चाहे भारत में हुआ…
बढ़ता बांस का क्षेत्र जल संरक्षण के लिए फायदेमंद
बाँस के बहुआयामी उपयोगों को देखते हुए इसे वनों का ‘हरा सोना’ कहा जाता है। यह पूरे विश्व में समुद्र तल से 7000 मीटर की…
बिहार बाढ़: 8 जिलों के 2 लाख 88 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित
कमोबेश हर साल बिहार में तबाही मचाने वाली बाढ़ इस साल भी दस्तक दे चुकी है। अब तक बिहार के 8 जिलों; सीतामढ़ी, शिवहर,…
वृक्ष पुरुष किशन सिंह मलड़ा के प्रयास से प्यास बुझा रहे कई गांव
उत्तराखंड के बागेश्वर जिलेे के मंडलसेरा निवासी किशन सिंह मलड़ा भी शामिल हैं, जिन्होंने अभी तक खुद और लोगों के साथ मिलकर…
सिंचाई-जल की गुणवत्ता एवं प्रबंधन
कृषि उत्पादन के प्रमुख आदान के रूप में पानी की व्यवस्थित आपूर्ति में सिंचाई का हिस्सा दो तिहाई से भी अधिक है, किन्तु…
गिरता भूजल स्तर और रिचार्ज
पिछले एक दशक के भीतर भूगर्भ जल स्तर में आई गिरावट को अगर इस आंकड़े के जरिये समझने का प्रयास करें तो अब से दस वर्ष पहले…
उत्तराखंडः पहाड़ के लोगों की पहल से संग्रहित होगा लाखों लीटर वर्षाजल
पहाड़ की भौगोलिक परिस्थितियां ही ऐसी हैं कि बरसात, स्प्रिंग्स और नदियों का पानी पहाड़ पर ठहरता ही नहीं है। पानी ढलानों के…
बिहार बाढ़ः बिहार हुआ पानी-पानी
बिहार में नदियों के जलस्तर में इजाफा बरकरार है। आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, बूढ़ी गंडक का…
राज से सम्वाद के लिए होमवर्क करता समाज : भूजल दोहन के आँकडों की समझ 
22 जून 2020 से बिहार के पच्चीस-तीस संवेदनशील नागरिक नदियों को जिलाने के लिए होमवर्क कर रहे हैं। यह होमवर्क रोज सबेरे 8.…
वाराणसी के तीन विकास खंड डार्क जोन में शामिल, गिर रहा भूजल स्तर
भारत में सतही जल तेजी से सूखता जा रहा है। जो जल बचा है, वो प्रदूषित हो रहा है। इसमें गंगा और यमुना जैसी देश की तमाम बड़ी…
घटती बर्फ हिमाचल प्रदेश में ला सकती है भीषण जल संकट
मन मोह लेने वाले प्राकृतिक नजारों के लिए मशहूर हिमाचल प्रदेश में ग्लोबल वार्मिंग का असर यहां की बर्फ पर पड़ा है। एक…
बिहार बाढ़ में फंसी जिंदगी को उबारने की अपील
हर साल की तरह इस बार भी बिहार बाढ़ से जूझ रहा है। कमला, कोशी, महानदी और बागमती सहित नौ नदियों का पानी खतरे के लाल निशान…
कमला, कोसी और बागमती खतरे के निशान से ऊपर, कई गांवों में घुसा पानी
बिहार और नेपाल के तराई इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण उत्तर बिहार की महानंदा, कोसी, कमला और बागमती नदियों…
जलवायु परिवर्तनः भारत में बढ़ रही गर्म हवाएं (लू)
कार्बन के साथ ही विभिन्न गैसों के बढ़ते उत्सर्जन के कारण ग्लोबल वार्मिंग हो रही है। जिससे जलवायु परिवर्तन की घटनाओं में…
शादी बच्चों का खेल नहीं जागरूकता अभियान
माहवारी के दौरान लड़कियों को स्कूल में मुफ्त नैपकिन उपलब्ध कराया जाता है। कई बार उन्हें स्थानीय आंगनबाड़ी से भी उपलब्ध हो…
यमुना के 40 फीसदी प्रदूषण के लिए कच्ची कॉलोनियां जिम्मेदार
सीवेज कनेक्शन के लिए बगैर नालों के जरिये मल-मूत्र सीधे यमुना में बहाए जाने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने कड़ा…
जल संकट एक और खतरे की घंटी
भारत में पानी का संकट कल्पना से ज्यादा भीषण है। पानी की वार्षिक प्रति व्यक्ति उपलब्धता 1951 में लगभग 5,177 क्यूबिक मीटर…
बिहार में बाढ़ :12 जिलों की दर्जनों पंचायतों के लोगों को शिफ्ट करने की तैयारी
राज्य के उत्तरी बिहार के नेपाल से सटे जिलों व साथ लगे जिलों में 9 जुलाई से अगले 72 घंटों के दौरान भारी वर्षापात एवं…
पानी बचाने के लिए महिलाओं ने बनाए 20 हजार सोखता गड्ढे
डेढ़ से दो हजार रुपये में तैयार होने वाले सोखता गड्ढों को इन महिलाओं ने श्रमदान और खुद के खर्चे से बनवाया है। समूह की…
पंचेश्वर बांध और पानी का अर्थशास्त्र
महाकाली नदी का उद्गम स्थल हिमालय है। ये नदी नेपाल की तरफ से निकलती है और कई किलोमीटर तक भारत और नेपाल के बीच सीमा तैयार…
150 करोड़ लोगों की प्यास बुझाने के लिए पहाड़ी स्रोतों का संरक्षण जरूरी
पहाड़ों पर जल संकट गहराने के कई कारण हैं, जिनमें बढ़ती आबादी और जलवायु परिवर्तन अहम हैं। वैसे तो जलवायु परिवर्तन ही एक…
तटबंधों की निगरानी और बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने में ड्रोन करेगा मदद
अब बिहार सरकार आपदा प्रबंधन विभाग ने तटबंधों की निगरानी ड्रोन से करने का फैसला लिया है। आपदा प्रबंधन विभाग के…
पहाड़ों पर संकट
वैसे तो पलायन पहाड़ का दर्द है, लेकिन बढ़ता जल संकट पहाड़ को जख्म दे रहा है। अधिकांश नौले, धारे और गदेरे सूख गए हैं। खेत…
पाताल पहुंचा पानी, जंगल बन रहे मैदान
भारत में वर्ष 2015 से 2019 के बीच कुल वन क्षेत्र में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि इसके बावजूद कुछ गंभीर…
जल संरक्षण से आई खुशहाली, आत्मनिर्भर बना गांव
अच्छी बारिश न होने पर उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में कई किसान खेती ही छोड़ते जा रहे हैं। कई जगह जमीन ही बंजर…
एक नजर जलवायु परिवर्तन पर  
प्रायः ऋतुओं के समय में विचित्र एवं असम्भावित परिवर्तन होते रहते हैं जिससे ऋतुओं का प्रारम्भ अपने निर्धारित क्रमानुसार…